मुंबई। भारी बाढ़ और बारिश से महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्से के हाल बेहाल हैं। यहां कई दिनों से हो रही बारिश के चलते कई शहरों में बाढ़ के हालात हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित पुणे, कोल्हापुर और सतारा जिलों में कई जगहों पर सोमवार को भारी बारिश हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के अनुसार, मंगलवार को कुछ कम बारिश होने की संभावना है। इससे राहत कार्यों में मदद मिल सकती है ।
तटवर्ती रत्नरागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए भी ऐसे ही पूर्वानुमान हैं। महाराष्ट्र में पिछले एक हफ्ते से कोल्हापुर, सांगली, सतारा, ठाणे, पुणे, नासिक, पालघर, रत्नागिरि, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग जिले वर्षा से बेहाल हैं।मौसम विभाग का कहना है कि महाराष्ट्र के बाकी हिससों में हल्की और बहुत हल्की बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी महाराष्ट्र के पांच जिलों में एक हफ्ते में वर्षा जनित घटनाओं में करीब 40 लोगों की मौत हो गयी । उनमें वे 17 लोग भी हैं जो बृहस्पतिवार को सांगली में ब्रह्मनाल गांव के समीप नौका के पलटने से डूबकर मर गये थे।
महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अबतक चार लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उनके अनुसार 69 तहसील में 761 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। पश्चिमी महाराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति में सुधार लाने के लिए कर्नाटक में कृष्णा नदी पर अलमाटी बांधी से पांच लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। अधिकारी ने बताया कि सतारा में कोयना बांध से 53,882 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है क्योंकि उसके तटबंधीय क्षेत्र में अब भी बारिश हो रही है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ इन दस जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 29 टीमें, राज्य आपदा मोचन बल ने तीन, तटरक्षक बल ने 16 , नौसेना ने 41, सेना ने 10 टीमें तैनात की हैं।