महाराष्ट्र में डीएचएफएल समूह के प्रमोटर्स द्वारा लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान अपने 23 साथियों के साथ खंडाला के महाबलेश्वर गए डीएचएफएल प्रमोटर कपिल वाधवन पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। यह मामला प्रकाश में आने के बाद से राज्य सरकार की काफी फजीहत हो रही थी। बताया जा रहा है कि इससे सीएम उद्धव ठाकरे काफी नाराज़ थे। ताजा खबर के मुताबिक अब वाधवन को महाबलेश्वर जाने की अनुमति देने वाले प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमिताभ गुप्ता को गृह मंत्री ने लंबी छुट्टी पर भेज दिया है।
गौरतलब है कि स्थानीय नगर निगम के अधिकारियों ने डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवन को अपने 23 साथियों के साथ महाबलेश्वर स्थित अपने फार्म हाउस में देखा था। मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने वाधवन सहित सभी 23 लोगों को हिरासत में लिया। इन सभी को क्वारेंटीन किया गया है। इसके साथ ही वाधवन सहित 23 लोगों पर लॉकडाउन तोड़ने के लिए मामला दर्ज किया गया है। इन पर आईपीसी की धारा 188, 269,270, 34 और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 51(b), महाराष्ट्र कोविड19 रेगुलेशन 2020 की धारा 11 लगाई गई है। बता दें कि डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवन यस बैंक और डीएफएचएल धोखाधड़ी मामलों में आरोपी हैं।
छुट्टी पर भेजे गए प्रिंसिपल सेक्रेटरी
वाधवन का मामला सामने आने के बाद अब राज्य सरकार ने अनुमति देने वाले प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया है। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर बताया कि मुख्यमंत्री ठाकरे से सलाह के बाद अमिताभ गुप्ता को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है। वे जांच पूरी होने तक छुट्टी पर रहेंगे।