पिछले एक महीने से एक दूसरे के खिलाफ बयानों की बौछार कर रहे भाजपा और शिवसेना एक बार फिर लोकसभा चुनावों के लिए हाथ मिला सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच इस बार 50-50 का समझौता हो सकता है। महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं। ऐसे में दोनों पार्टियां लोकसभा चुनावों में 24-24 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती हैं। बता दें कि पिछले लोकसभा चुनावों में दोनों पार्टियों ने मिलकर 48 में से 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी। शेष 6 सीटों में 4 एनसीपी और 2 कांग्रेस के खाते में आई थी।
पिछले लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर गौर करें तो 2014 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से बीजेपी के हिस्से 26 सीटें आई थीं। बीजेपी ने राजू शेट्टी के स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और राष्ट्रीय समाज पक्ष के महादेव जानकर को एक-एक सीट अपने कोटे से दी थी। शेष 24 सीटों पर बीजेपी खड़ी हुई, जिसमें पार्टी ने सभी सीटें जीती थी।
वहीं शिवसेना शिवेसना 22 पर लड़ी थी 18 जीती थी। एनसीपी 4 और कांग्रेस महज 2 सीटें जीती थी। सूत्रों के अनुसार अब राजू शेट्टी एनडीए से बाहर हो चुके है इसकारण बीजेपी शिवसेना को उनके हिस्से की एक सीट और एक अन्य अतिरिक्त सीट दे सकती है। मतलब इस बार शिवसेना को 22 की जगह 24 सीटें मिल सकती हैं।