फसल के भुगतान में देरी से आक्रोशित किसानों ने महाराष्ट्र के सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों में चीनी कारखानों के दफ्तरों पर हमला कर दिया और उनमें से कुछ को आग के हवाले कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने शुक्रवार को सतारा के कराड में कृष्णा चीनी मिल के कार्यालय में आग लगा दी। उन्होंने बताया कि आग में कुछ महत्त्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर और फर्नीचर जल गए। साथ ही बताया कि कराड ग्रामीण पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
इस्लामपुर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा पड़ोस के सांगली में एक चीनी कारखाने के कार्यालय में शनिवार सुबह आग लगा दी गई।
उन्होंने बताया कि कुछ कर्मचारियों ने पुलिस को चीनी कारखाने के कार्यालय में हुई घटना के बारे में सूचित किया जहां कंप्यूटर और कई दस्तावेज रखे हुये थे।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को सांगली के वालवा में क्रांति चीनी मिल के कार्यालय में भी तोड़फोड़ कर आगजनी की कोशिश की और बाद में भाग गये।
उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हालांकि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक अन्य घटना में किसान कोल्हापुर के शिरोल स्थित गुरुदत्त चीनी मिल के कार्यालय के पास शनिवार दोपहर इकट्ठा हुए और अपनी उपज के उचित मूल्य की मांग की। उन्होंने बताया कि एक स्थानीय किसान संगठन से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने बाद में कारखाने के कार्यालय का ताला तोड़ दिया और वहां रखे फर्नीचर, कंप्यूटर, स्टेशनरी और अन्य सामान तोड़ दिए।
अधिकारी ने बताया कि शिरोल पुलिस ने लगभग 65 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जिनमें से 15 की पहचान कर ली गई है। उन पर दंगा करने, गैरकानूनी ढंग से जमा होने, घर में अनधिकृत प्रवेश करने और उत्पात मचाने संबंधी भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और मामले की जांच चल रही है।