महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी विधायक धर्म रव बाबा आत्रराम ने अपने एक बयान में कहा कि यदि चाचा-भतीजा यानी शरद पवार और अजीत पवार एक साथ आ जाएंगे, तो यह न सिर्फ महाराष्ट्र के लिए बल्कि पूरे देश के लिए अच्छा होगा। आत्रराम के अनुसार, दोनों नेताओं का एक होना महाराष्ट्र की राजनीति को मजबूती देगा और उनके साथ कई सांसद व विधायक जुड़ सकते हैं, जिससे राजनीतिक ताकत में इजाफा होगा।
आत्रराम ने कहा, "यदि दोनों एकत्र आ जाएंगे, तो यह एक बहुत बड़ी ताकत बनेगी। सांसद भी जुड़ेंगे, विधायक भी जुड़ेंगे और संख्या भी बढ़ेगी। लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में लोगों के काम होंगे।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह उनका व्यक्तिगत मत है और उनका मानना है कि दोनों नेताओं को एक साथ आना चाहिए, क्योंकि इससे राज्य और देश को भी लाभ होगा।
"राजनीति में कुछ भी हो सकता है"
एनसीपी के भीतर शरद पवार और अजीत पवार के बीच सत्ता संघर्ष के चलते पार्टी दो गुटों में बंटी हुई है। एक ओर जहां शरद पवार का गुट है, वहीं दूसरी ओर अजीत पवार का गुट है। इसे लेकर आत्रराम ने कहा कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है। पिता के खिलाफ बेटी भी खड़ी हो सकती है और चाचा के खिलाफ भतीजा भी खड़ा हो सकता है, जैसे कि उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में देखा गया है।
बता दें कि ऐसी चर्चा चल रही है कि शरद पवार गुट एनसीपी-एसपी के सभी सांसद अजित पवार की पार्टी एनसीपी ज्वॉइन करेंगे। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, शरद पवार गुट के कुछ सांसदों से कॉन्टैक्ट करने और उन्हें पार्टी में शामिल करने की कोशिश में हैं।
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