मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन को समाप्त कराया। इसके लिए सरकार को काफी मशक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं अब मराठा आरक्षण को लेकर लिए गए सरकार के फैसले के खिलाफ मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल ने खुलकर विरोध जताया है। रविवार को अपने मुम्बई स्थित सरकारी बंगले में राज्य के दूसरे ओबीसी नेताओं के साथ बैठक के बाद उन्होंने बड़ा ऐलान किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए उन्होंने ओबीसी समाज के लोगों को सड़कों पर उतरने का आव्हान किया।
एक साथ आकर उठाएं मांग
छगन भुजबल ने एक्स पर किए गए अपने पोस्ट में लिखा है कि 'सभी ओबीसी भाइयों और बहनों से मेरा अनुरोध है कि हमारे बच्चों के भविष्य के लिए, सभी 374 जातियों के लिए, सड़कों पर आने और अपनी ताकत दिखाने का समय आ गया है। दिनांक 1 फरवरी 2024 को अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों, सांसदों या तहसीलदारों के पास जाकर ओबीसी आरक्षण सुरक्षा संबंधी मांगपत्र सौंपें। सभी को लाखों की संख्या में सामने आकर ये मांग उठानी चाहिए। सभी विधायकों और सांसदों को अवगत कराया जाना चाहिए कि ओबीसी भी इस राज्य के नागरिक और मतदाता हैं। जो लोग चुनाव लड़ना चाहते हैं उन्हें भी उनकी आवश्यकता है।'
मराठवाड़ा से शुरू होगा विरोध मार्च
छगल भुजबल ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि 'दिनांक 3 फरवरी को अहमदनगर में ओबीसी समाज द्वारा विशाल एल्गार मेला आयोजित किया गया है, जिसमें सभी ओबीसी भाई बड़ी संख्या में शामिल हों। ओबीसी समुदाय में शामिल बुद्धिजीवी, लेखक, वक्ता और वकील सभी को अपने-अपने तरीके से इस काम में हमारी मदद करनी चाहिए।' वकील बंधुओं को ओबीसी के खिलाफ अन्याय के बारे में कोर्ट को समझाना चाहिए। जल्द ही ओबीसी पूरे महाराष्ट्र में विरोध मार्च निकालेंगे। इसकी शुरुआत मराठवाड़ा से की जाएगी। इसकी विस्तृत जानकारी जल्द ही घोषित की जाएगी। मैं एससी, एसटी और ओबीसी, भटके विमुक्त सहित अन्य सभी समुदायों से अपील करता हूं कि वे एक साथ आएं और भीड़ शासन के खतरे का सामना करने के लिए हमारे आंदोलन का समर्थन करें।'
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