लोकसभा चुनाव 2024 के बाद अब कुछ महीनों बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का आयोजन किया जाएगा। विधानसभा चुनाव 2024 से पहले अब एनसीपी प्रमुख अजित पवार पर हिंदुत्व का असर दिखाई दे रहा है। अजित पवार अपने सभी मंत्रियों और विधायकों के साथ सिद्धिविनायक के दरबार पहुंचे हैं। यहां अजित पवार ने गणपति बप्पा के दर्शन किए और विनायक पूजा भी की है। आइए जानते हैं अजित पवार के इस दर्शन की चर्चा क्यों हो रही है।
क्यों चर्चा में आई ये पूजा?
आमतौर पर पवार परिवार अपनी धार्मिक आस्था का प्रदर्शन नहीं करता है लेकिन यह पहली बार है जब मीडिया की चकाचौंध में अजित पवार अपने सभी मंत्रियों, विधायक और नेताओं के साथ मंदिर में आए हैं। अजित पवार ने खुलकर अपनी हिंदू आस्था को व्यक्त किया है। अजित पवार के साथ प्रफुल पटेल, मंत्री हसन मुश्रीफ,धनंजय मुंडे, सांसद सुनिल तटकरे सहित सभी बड़े नेता मौजूद थे।
हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे?
2024 लोकसभा चुनाव में महायुति में होने के बावजूद खुद को सेक्युलर दिखाने का अजित पवार का दांव काम नहीं आया। चुनाव में अजित पवार को करारी हार का सामना करना पड़ा। अजित पवार का सिर्फ 1 सांसद चुनकर आया जबकि एकनाथ शिंदे 7 सीट जीतने में कामयाब रहे। माना जा रहा है कि अब आगामी विधानसभा चुनाव में अजित पवार महायुति के साथ विकास और हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे।
क्या बोले अजित पवार?
अजित पवार ने कहा कि आज का दिन शुभ दिन था। आज मंगलवार है, भगवान गणेश का दिन है। इसलिए हमने इस दिन को चुना। हमारे सभी जनप्रतिनिधियों को लेकर मैं यहां दर्शन के लिए आया हूं। अच्छे से दर्शन हुआ है। इस सवाल पर कि क्या चुनाव में बप्पा का आशीर्वाद मिलेगा? अजित पवार ने कहा कि बप्पा का आशीर्वाद मांगने के लिए सभी आते हैं। आज यहां कितनी भीड़ है। हमने भी आशीर्वाद मांगा है, जरूर बप्पा हमें भी आशीर्वाद देंगे।
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