मुंबई: नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की विजिलेंस टीम को लीड कर रहे ज्ञानेश्वर सिंह ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को खत लिखकर प्रभाकर साईल को विजिलेंस टीम के सामने पेश करवाने के लिए अपील की है। बता दें कि साईल मुंबई पुलिस के संपर्क में है और उसने अपने बयान भी दर्ज करवाये हैं। एनसीबी ने भी साईल को समन जारी किया था लेकिन वह केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुआ। ऐसे में सिंह ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को खत लिखकर इस बात की अपील की है कि वह प्रभाकर साईल को एनसीबी के सामने पेश होने के लिए कहें ताकि उसका बयान दर्ज किया जा सके और समीर वानखेड़े समेत एनसीबी अधिकारियों पर लगे आरोपों की जांच में मदद मिल सके।
साईल से लगातार पूछताछ कर रही है मुंबई पुलिस
बता दें कि प्रभाकर साईल के हलफनामे के बाद ही एनसीबी चीफ एस. एन. प्रधान ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। बता दें कि आर्यन खान से संबद्ध मादक पदार्थ जब्ती मामले में एनसीबी अधिकारियों द्वारा कथित रूप से की गई जबरन वसूली संबंधी शिकायतों की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने केंद्रीय एजेंसी के स्वतंत्र गवाह प्रभाकर साईल को एकबार फिर गुरुवार को तलब किया था। पुलिस ने पिछले 2 दिनों में दो बार साईल का बयान दर्ज किया था। गुरुवार को वह इस मामले की जांच कर रही पुलिस टीम के सामने करीब ढाई बजे पेश हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि साईल को कुछ उन स्थानों पर ले जाया गया जिसके बारे में उसने कथित जबरन वसूली के सिलसिले में अपने हलफनामे में जिक्र किया है।
साईल ने NCB अफसरों पर लगाए थे गंभीर आरोप
साईल के वकील तुषार खंडारे ने इस बीच कहा कि NCB को अपने जोनल निदेशक समीर वानखेड़े को क्रूज मादक पदार्थ जब्ती मामले से अलग कर लेना चाहिए क्योंकि वह आरोपों से घिरे हैं। मुंबई पुलिस ने कहा था कि उसे 4 आवेदन मिले हैं जिनमें वानखेड़े एवं अन्य एनसीबी अधिकारियों पर जबरन वसूली के आरोप लगाये गये हैं। उसने कहा था कि इन आवेदनों की पुष्टि के लिए उसने जांच शुरू की है। उनमें एक आवेदन साईल का है जिसने आरोप लगाया कि उसने क्रूज छापा मामले में एक अन्य गवाह के पी गोसावी को फोन पर ‘सैम डिसूजा’ से यह बात करते हुए सुना कि 25 करोड़ रूपये की मांग है जिनमें 8 करोड़ रूपये वानखेड़े के लिए हैं। IRS अधिकारी वानखेड़े ने आरोपों का खंडन किया है।