महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर 20 नवंबर को मतदान किया जाएगा। इसके बाद 23 नवंबर को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। इसे लेकर एक तरफ जहां महाविकास अघाड़ी में अब भी विवाद बना हुआ है, जिस कारण महाविकास अघाडी के ही उम्मीदवार कई सीटों पर आमने-सामने आ चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ महायुति में भी कुछ सीटें ऐसी हैं जिसपर विवाद बना हुआ है। यही कारण है कारण है कि एनसीपी के नेता नवाब मलिक निर्दलीय चुनाव लड़ने को बोल रहे हैं और भाजपा ने एनसीपी से उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया है।
नामांकन भरने के बाद क्या बोले नवाब मलिक
दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आज अपना नामांकन भरा है। नामांकन भरने के बाद उन्होंने कहा, "मैंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में और एनसीपी के उम्मीदवार के रूप में भी। मुझे पार्टी का एबी फॉर्म नहीं मिला है, अगर यह समय पर आता है, तो मैं एनसीपी उम्मीदवार के रूप में या फिर एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा।" बता दें कि बीते दिनों नवाब मलिक की उम्मीदवारी का भारतीय जनता पार्टी ने विरोध किया था। इसके बाद से यह बात सामने आने लगी कि नवाब मलिक निर्दलीय ही चुनाव लड़ सकते हैं।
भाजपा ने किया नवाब मलिक की उम्मीदवारी का विरोध
भाजपा नेता आशीष शेलार ने मंगलवार को कहा था कि उनकी पार्टी 20 नवंबर को होने वाली महाराष्ट्र विधानसबा चुनाव के लिए एनसीपी नेता नवाब मलिक की उम्मीदवारी के खिलाफ है। भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि हम डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े किसी व्यक्ति को टिकट देना नहीं स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि हम मलिक का समर्थन नहीं करेंगे और अपना अलग रुख रखेंगे। बता दें कि एमवीए की सरकार में नवाब मलिक मंत्री थे। साल 2022 में एनआईए ने उन्हें दाऊद, छोटा शकील के सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मामले में गिरफ्तार किया था। एनसीपी के विभाजन के बाद नवाब मलिक अजित पावर के गुट में चले गए थे, हालांकि इस दौरान भी भाजपा ने इसका विरोध किया था।