मुंबई: उद्धव ठाकरे की सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कंगना रनौत के मुद्दे पर पार्टी में एकमत नही होने की बात पर कहा, ''बिल्कुल एकमत है। पवार साहब ने कहा कि महत्व देने की जरुरत नही है। बहुत सारे लोग अपनी पहचान बनाने के लिए गलत बाते करते है।'' नवाब मलिक ने कंगना रनौत पर कहा कि वह बीजेपी में अनुपम खेर की जगह कंगना रिप्लेस होना चाहती इस लिए फिजूल की बाते कर रही है ये उनकी आपसी लड़ाई है। जिन लोगों को महाराष्ट्र ने बड़ा किया वो उस राज्य का सम्मान रखे। महाराष्ट्र में शांति है राज्यपाल अपनी रिपोर्ट केंद्र को भेज सकते है। इस मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत नही पवार साहब और हमारी भी यही भूमिका है।
कंगना रनौत का घर तोड़े जाने पर नवाब मिलक ने कहा कि राज्य सरकार कानून के दायरे में अपनी कार्यवाही करती है। मुंबई में जिस तरह चीजें शान्तिपूर्वक है उस तरह की स्थिती पूरे देश में नही है लेकिन कुछ लोग ट्विटर पर बयानवाजी से अपनी पहचान बनाने के लिए, भारतीय जनता पार्टी में कोई पद मिल जाए इस कारण ऐसा माहौल बना रहे है। नवाब मिलक ने कहा कि हमें ऐसा लगता है यह उचित नही है। अगर उनकी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी के लोगों को रिपलेस करने की है तो अपनी लड़ाई लड़े पर इस तरह का राजनीतिक वातावरण ना बनाएं। यह हमारी उनसे विनती करते है।
भाजपा समर्थित संगठनों ने कंगना रनौत के समर्थन में शिमला में प्रदर्शन किया
भाजपा समर्थित कई संगठनों ने अभिनेत्री कंगना रनौत के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए बृहस्पतिवार को यहां कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन किया। अभिनेत्री के मुंबई स्थित बंगले का एक हिस्सा बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा गिराए जाने के एक दिन बाद इन संगठनों ने यहां प्रदर्शन किया। भाजपा की प्रदेश इकाई की महिला मोर्चा की अध्यक्ष रश्मि धर सूद के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने शहर के सर्कुलर रोड पर स्थित कांग्रेस के कार्यालय का घेराव किया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने शिमला के उपायुक्त से मुलाकात की और राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में महाराष्ट्र सरकार को रनौत के खिलाफ कथित राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए भंग करने की मांग की गई है। इस ज्ञापन पर सूद सभा शिमला, नई आशाएं, संथन धर्म सभा और वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर हैं।
महिला मोर्चा की राज्य महासचिव शीतल व्यास ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय का घेराव इसलिए किया गया क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने 'राज्य की बेटी' के समर्थन में कुछ नहीं बोला है। शिवसेना शासित बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने मुंबई में बताया था कि अभिनेत्री के बंगले के 'अवैध निर्माण' के हिस्से को गिरा दिया गया।