Highlights
- नवनीत राणा स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द से परेशान, अस्पताल के बेड पर लेटी दिखीं
- ज़मीन पर लेटने की वजह से है रीढ़ की हड्डी में दर्द
- अस्पताल में पति से मिलकर रोने लगीं नवनीत राणा
Navneet Rana: 12 दिन बाद जेल की सलाखों से रिहा हुई निर्दलीय सांसद नवनीत राणा मुंबई के लीलावती अस्पताल में शिफ्ट हो गई हैं। आरोप है कि जेल में बीमार नवनीत राणा का इलाज़ नहीं करवाया गया। हालत ये है कि नवनीत राणा को सर हिलाने में भी दिक्कत पेश आ रही है। जब तलोजा जेल से रिहा होकर नवनीत से मिलने उनके पति रवि राणा अस्पताल पहुंचे तो उन्हें देख कर नवनीत राणा रो पड़ी।
बता दें कि रिहाई के बाद कार से निकली नवनीत राणा स्पॉन्डिलाइटिस के चलते बार बार अपने गर्दन को पकड़े दिखीं तो वहीं कल भी जब उन्हें भायखला जेल से जेजे अस्पताल लेकर पुलिस पहुंची थी तो अपना सिर टेके वो बैठी नजर आईं थी। नवनीत को मेडिकल चेकअप के लिए लीलावती अस्पताल लाया गया गया था जहां पर जांच के बाद उन्हें एडमिट कर लिया गया। इससे पहले अस्पताल के अंदर वह डॉक्टरों को अपनी परेशानी बताती हुई दिख रही थी जिसका वीडियो नवनीत राणा की टीम ने जारी किया था।
स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द से परेशान हैं नवनीत
लीलावती अस्पताल से नवनीत राणा की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें वह बिलख-बिलख कर रो रही हैं। उनके पति रवि राणा उन्हें संभालने की कोशिश कर रहे हैं। नवनीत राणा स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द से परेशान हैं। उनकी तरफ से जेल में रहते हुए भी लगातार अपनी सेहत का हवाला दिया गया था। उनका तब ये भी आरोप था कि जेल प्रशासन उनकी जरूरतों पर ध्यान नहीं दे रहा है।
12 दिन बाद जेल से रिहा हुए राणा दंपति
राजद्रोह के कथित मामले में गिरफ्तारी के बाद राणा दंपति को एक कोर्ट ने बुधवार को जमानत दी थी। बुधवार को जमानत मिलने के बाद जरूरी दस्तावेज समय पर उस जेल तक नहीं पहुंचाया जा सका जहां उन्हें रखा गया था। एक अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के अमरावती से लोकसभा सदस्य नवनीत राणा दक्षिण मुंबई की भायखला महिला जेल से दोपहर करीब दो बजे बाहर निकलीं। सांसद के पति और अमरावती के बडनेरा से विधायक रवि राणा को भी शाम करीब चार बजे नवी मुंबई की तलोजा जेल से रिहा कर दिया गया।
क्यों हुई थी गिरफ्तारी?
बता दें कि राणा दंपति ने घोषणा की थी कि वे यहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। उनकी घोषणा के बाद ठाकरे की पार्टी शिवसेना के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए, जिससे तनाव पैदा हो गया। बाद में राणा दंपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले दिन शहर के दौरे का हवाला देते हुए अपनी योजना से पीछे हटने की घोषणा की। हालांकि, पुलिस ने राणा दंपति पर राजद्रोह और ‘विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने’ सहित अन्य आरोपों के लिए मामला दर्ज किया। सांसदों और विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई के लिए विशेष अदालत ने बुधवार को राणा दंपति को विभिन्न शर्तों के साथ जमानत दे दी।