Highlights
- नवनीत राणा और पति रवि राणा की गिरफ्तारी
- थाने मिलने गए किरीट सोमैया पर हुआ पथराव
- मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा पर हुआ विवाद
मुंबई पुलिस ने शनिवार शाम को निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके निर्दलीय विधायक पति रवि राणा को ‘‘अलग-अलग समूहों में द्वेष फैलाने’’ के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यह कार्रवाई दोनों नेताओं के मुंबई उपनगर खार स्थित आवास के सामने दिन भर चले घटनाक्रम के बाद की।
नवनीत राणा और पति रवि राणा की गिरफ्तारी के बाद देर रात जब बीजेपी नेता किरीट सोमैया खार पुलिस थाने मिलने गए तो उनकी कार पर जबरदस्त पथराव हुआ जिसमें उनकी कार का शीशा तोड़ते हुए एक पत्थर उनके चेहरे पर जा लगा और उन्हें चोट लग गई। किरीट ने इस हमले का शिव सैनिकों पर आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा, "मुझे चोट लगी है, मैं अपनी कार में बैठा हूं। जब तक पुलिस अफसरों और माफिया सेना के गुंडों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, मैं बांद्रा पुलिस स्टेशन के बाहर अपनी कार में बैठा रहूंगा।"
बता दें कि यह गिरफ्तारी दंपति द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने की योजना स्थगित करने के घंटो बाद हुई।
क्या बोले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस?
वहीं, नागपुर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार ‘‘बहुत ही बचकाने’’ तरीके से इस पूरे मामले से निपटी है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार इसे भाजपा प्रायोजित बताकर अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर राणा दंपति को वहां (मातोश्री) पर हनुमान चालीसा का पाठ करने देते तो कोई खबर नहीं बनती। मुझे समझ नहीं आता कि इतने सारे लोग कई जगहों पर क्यों इकट्ठा हुए थे, जैसे लग रहा था कि वे (राणा दंपति) पर कोई हमला करने की साजिश रच रहे थे। यह किस तरह की राजनीति है?’’
राणा दंपति की गिरफ्तारी-
पश्चिमी मुंबई स्थित खार पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि राणा दंपति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा- 153 ए (अलग-अलग समुदायों में धर्म, भाषा आदि के नाम पर द्वेष उत्पन्न करना) और मुंबई पुलिस अधिनियम की धारा-135 (पुलिस द्वारा लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन) करने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि खार पुलिस थाने में महाराष्ट्र के अमरावती सीट से लोकसभा सदस्य नवनीत राणा और अमरावती जिले की ही बादनेरा सीट से विधायक रवि राणाा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शिवसेना सांसद संजय राउत, शिवसेना नेता और राज्य के सड़क परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ शिकायत की और आरोप लगाया कि इन नेताओं ने लोगों को दंपति की ‘हत्या’ करने के लिए उकसाया लेकिन पुलिस ने अबतक मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।
कहां से तूल पकड़ा मामला?
उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरुआत में रवि राणा ने मुख्यमंत्री ठाकरे से जो शिवसेना के प्रमुख हैं अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की मांग की थी। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा ऐसा नहीं किए जाने पर घोषणा की थी कि वह शनिवार को मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। राणा परिवार ने शुक्रवार को कहा था कि वे उपनगरीय बांद्रा में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के निजी आवास 'मातोश्री' के बाहर शनिवार सुबह नौ बजे हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। लेकिन उनकी इस घोषणा को लेकर शिवसेना कार्यकर्ताओं की तीखी प्रतिक्रिया आई और शनिवार को रवि राणा ने घोषणा की कि वह और उनकी पत्नी अपनी योजना रद्द कर रहे हैं ताकि 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के होने वाले मुंबई दौरे से पहले कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न नहीं हो।
शिवसैनिकों ने घेरा राणा का आवास-
हालांकि, राणा दंपति द्वारा योजना रद्द करने के बावजूद एक अन्य ‘तमाशा’ उस समय शुरू हो गया जब शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उपनगर खार स्थित नवनीत राणा और रवि राणा के आवास को घेर लिया और कहा कि वे उन्हें तबतक बाहर नहीं आने देंगे जबतक वे उनके लिए ‘मंदिर’ समान मातोश्री का अपमान करने के लिए माफी नहीं मांगते। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने सुबह पुलिस बैरीकेड तोड़कर इमारत में भी दाखिल होने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। पुलिस ने दंपति को देर दोपहर जब पश्चिमी मुंबई स्थित खार पुलिस थाने साथ चलने को कहा तो दंपति को इमारत में पुलिस के साथ बहस करते देखा गया।
राणा दंपति की पुलिस के साथ हुई बहस-
राणा दंपति ने कहा कि वे तब तक नहीं जाएंगे जब तक कि उन शिवसेना नेताओं के खिलाफ भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं कर किया जाता जिन्होंने उन्हे ‘कथित’ धमकी दी है। नवनीत राणा ने पुलिस से वारंट भी दिखाने की मांग की। हालांकि बाद में वह इमारत से निकलने को तैयार हुई और दंपति दो पुलिस वाहनों में सवार हुए। वहां मौजूद शिवसेना कार्यकर्ताओं जिनमें कई महिलाएं भी थीं और जब राणा दंपति बाहर आया तो उन्होंने एक खाली बोतल उनकी ओर उछाली। वहीं कुछ शिवसेना नेताओं ने दावा किया कि जब रवि राणा पुलिस थाने में दाखिल हो रहे थे तब मुख्यमंत्री के लिए कथित तौर पर अपशब्द कहे।
क्या बोले शिवसेना सांसद संजय राउत?
अमरावती शहर में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणा के आवास के सामने प्रदर्शन किया। नागपुर में संवाददाता सम्मेलन में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि कुछ ‘फर्जी लोग’ राज्य का माहौल खराब करना चाहते हैं और भाजपा उनका समर्थन कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि फर्जी जाति प्रमाणपत्र के मामले में कानूनी लड़ाई लड़ रही राणा का केंद्र सरकार साथ दे रही है। कांग्रेस ने भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए शनिवार को कहा कि कुछ लोग बेरोजगारी और कीमतों में वृद्धि के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हनुमान चालीसा पाठ को लेकर राजनीतिक विवाद पैदा कर रहे हैं।