महाराष्ट्र में दिन-प्रतिदिन सड़क दुर्घटनाओं में हो रहे लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, इस साल के अगस्त महीने तक 228 लोगों की सड़क दुर्घटना से मौत हुई है। इन मौतों के आंकड़े पर अंकुश लगाने के लिए अब राज्य की नागपुर पुलिस ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। नागपुर के पुलिस कमिश्नर ने आदेश दिया है कि यदि दुर्घटना की वजह सड़क के गड्ढे हुए तो संबंधित सड़क बनाने वाली कंपनी, संबंधित एजेंसी व ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज कर उन पर सदोष मनुष्य वध का मामला दर्ज किया जाएगा।
इस कारण लिया गया फैसला
बता दें कि जिले में पिछले साल 138 लोगों की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हुई थी, लेकिन इस साल सिर्फ अगस्त तक ही 228 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है। इसको देखते हुए नागपुर पुलिस ने फैसला लिया है कि सड़क पर हो रही दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर, यदि किसी व्यक्ति की सड़क में दुर्घटना होती है और उसके लिए सड़क निर्माण कार्य जिम्मेदार है तो निर्माण कंपनियों के मालिक, ठेकेदारों एवं सरकारी कर्मचारियों के ऊपर FIR दर्ज की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने अपने आदेश में कहा है कि किसी वाहन चालक की मौत या दुर्घटना सड़क पर निर्माण कार्य के दौरान हुई गड्ढे की वजह से होता है तो संबंधित कंपनी के मलिक एवं सम्बंधित एजेंसी पर सदोष मनुष्य वध का मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने यह भी आदेश दिया है कि निर्माण स्थल पर कंपनी का नाम और जिम्मेदार अधिकारी के मोबाइल नंबर भी दर्ज करना होगा।
पुलिस करेगी सड़कों का ऑडिट
इसके अलावा पुलिस कमिश्नर ने पुलिस विभाग को सड़कों का ऑडिट करने का निर्देश भी दिया है। उन्होंने सभी थानेदारों को उनके इलाके में चल रहे निर्माण का ऑडिट करके रिपोर्ट पेश करने को कहा है। जानकारी दे दें कि लगभग 300 लोगों की हर साल एक्सीडेंट में मौत हो रही है। इसके पीछे लोगों ने शिकायत की है कि जगह-जगह पर फ्लाईओवर और सीमेंट रोड का बन रहा है, एक ही रोड पर निजी ठेकेदारों के अलावा कई एजेंसी कम कर रही है, उनके बीच कोई तालमेल नहीं है। आए दिन सड़क हादसों में लोग जान गवा रहे हैं, क्योंकि बारिश में गड्ढे पानी से भरे रहते हैं।
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