नागपुर (महाराष्ट्र): कल रात से नागपुर के तमाम पेट्रोल पंपों पर लोगों की लंबी-लंबी कतार लग गई। लोग एक दूसरे को देखकर या कहें पेट्रोल पंप में भीड़ देखकर पेट्रोल पंप पर आने लगे। देखते ही देखते यह पूरी खबर शहर में फैल गई और नागपुर शहर के लगभग हर पेट्रोल पंप पर सड़क के बाहर तक लंबी-लंबी कतारे लग गई। हर कोई अगले 4-5 दिनों का पेट्रोल-डीजल अपने गाड़ी में स्टॉक करना चाह रहा था। यही वजह थी कि हर कोई ज्यादा से ज्यादा पेट्रोल अपनी गाड़ियों में भरवाने की कोशिश करने लगा, जिस वजह से शहर के हर एक पेट्रोल पंप पर ये नजारा देखने को मिला।
क्या है इसकी वजह?
दरअसल, देश में लागू हुए नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्टर और ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर चले गए हैं। इसके चलते शहर के पेट्रोल पंप बंद रहेंगे, जिससे पेट्रोल-डीजल की कमी हो सकती है इसलिए वाहन चालक पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए आते नजर आ रहे हैं।
केंद्र सरकार द्वारा 2023 में भारतीय न्यायपालिका संहिता में संशोधन के बाद, नए मोटर वाहन अधिनियम में दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ट्रक चालक के लिए दस साल की जेल की सजा का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा 7 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। इस बीच देशभर में इस कानून का विरोध हो रहा है और ट्रक व टैंकर ड्राइवरों ने सीधी हड़ताल का आह्वान किया है। ऐसे में तीन कंपनियों बीपीसीएल, एचपीसीएल और इंडियन ऑयल को पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति करने वाले टैंकर चालकों ने भी इस नए कानून को रद्द करने की मांग को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है।
शहर, जिले के हर पेट्रोल पंप का हाल
ऑयल टैंकर चालकों ने जैसे ही आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया, पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल भरने वाले लोगों की भीड़ लग गई। शहर के तमाम पेट्रोल पंपों में लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी। यह स्थिति केवल शहरों में नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिखाई दी। लोग वाहनों के टैंक फुल करवाकर रहे हैं, जिससे हड़ताल के दिनों तक कोई परेशानी न हो।
नागपुर-भंडारा हाईवे पर तनाव का माहौल
सोमवार सुबह नागपुर-भंडारा हाईवे पर ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन के कारण सड़क के दोनों ओर भीषण जाम लग गया। दरअसल, ये ट्रक ड्राइवर केंद्र सरकार के नए फैसले का विरोध कर रहे थे, जिसमें कहा गया है कि दुर्घटना के बाद घायलों की मदद किए बिना भागने वाले ड्राइवरों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। ट्रक ड्राइवरों के इस प्रदर्शन के बाद पारडी इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इससे कुछ देर के लिए तनाव का माहौल बन गया।
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