क्या आपने कभी सोचा है कि घर खाली करने के लिए लोग जादू-टोना का सहारा लेंगे। हालांकि, ऐसी एक घटना नागपुर से सामने आई है। घर खाली करने के लिए जादू-टोना का इस्तेमाल करने वाले के खिलाफ नागपुर के सीताबर्डी में मामला दर्ज किया गया है। घर खाली करने के लिए किस तरीके से जादू-टोना का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पूरा मामला सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया है। जादू-टोना का इस्तेमाल करके लोगों के अंदर दहशत पैदा करने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
अमावस्या-पूर्णिमा की रात पुड़िया जलाई जाती थी
शिकायतकर्ता के मुताबिक, कुछ समय से उनके घर के दरवाजे के सामने ही तेल, लौंग, काली उड़द, दाल, हल्दी, कुमकुम और राख दिखाई दी थी। उन्होंने सीसीटीवी की जांच की तो जादू-टोना का शक हुआ। शिकायतकर्ता के अनुसार, एक साल से आरोपी का खेल शुरू था। वह अमावस्या और पूर्णिमा की रात शिकायतकर्ता के घर के सामने चावल, लौंग, काली मिर्च और कुछ पुड़िया लाकर डालता था और वहां कुछ पुड़िया जलाई जाती थी। यह देखकर शिकायकर्ता को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। सीसीटीवी कैमरे जिस क्षेत्र में नहीं है वहां करके चला जाता था। एक दिन भावना को दरवाजा के सामने शनि मंदिर की रसीद दिखाई दी। इस रसीद में काला जादू करने वाले का नाम लिखा था। कुछ दिन पहले उनके दरवाजे के सामने एक किलो चावल लाकर डाल दिया। पूरा मामला सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया और उसके बाद पुलिस में शिकायत की गई।
2017 में भावना के देवर से किया था घर का सौदा
शिकायतकर्ता नागपुर के सीताबर्डी निवासी भावना रघुनाथ नेवरे ने सीसीटीवी में देखा कि यह कृत्य निलेश अरविंद सोनी की ओर से किया जा रहा है। निलेश सोनी और उनके भाई ने शिकायतकर्ता भावना नेवरे के देवर नानू के साथ वर्ष 2017 में घर खरीदने का सौदा किया था, लेकिन इस सौदे का भावना और उनके पति ने विरोध किया था, जिसके बाद मामला न्यायालय में पहुंच गया। इसके बावजूद सोनी, नेवरे दंपति के घर खाली करने के लिए दबाव डाल रहा था। फिर नेवरे परिवार के मन में दहशत पैदा करने के लिए सोनी ने जादू-टोना जैसे कृति शुरू किया। नागपुर के सीताबर्डी पुलिस ने आरोपी सोनी के खिलाफ जादू-टोना विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया है।