महाराष्ट्र के नागपुर में एक महिला को जहरीला सांप काट लिया। सांप के डसने के बाद महिला के पति ने उसे नागपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। पत्नी का इलाज चल रहा था, तभी पति की हालत बिगड़ने लगी। डॉक्टर ने पूछताछ की तो पति ने बताया कि उसे सांप ने नहीं डसा है। कुछ देर बाद पति को भी बेचैनी महसूस होने लगी। डॉक्टर ने उससे पूछा कि उन्हें भी सांप ने काटा है क्या, लेकिन पति ने इससे इनकार कर दिया।
सांप काटने की बात से किया इनकार
वेंटिलेटर लगाने तक पति की हालत गंभीर हो गई। फिर भी वह सांप के काटने की बात से इनकार करता रहा। हालांकि, उसके लक्षण देखकर डॉक्टरों को सांप काटने की पुष्टि हो गई और उन्होंने उसी हिसाब से इलाज शुरू किया। 32 घंटे के सघन इलाज के बाद डॉक्टर ने पत्नी के साथ पत्नी की भी जान बचा ली। डॉक्टर ने अपने अनुभव के आधार पर मान लिया कि पति को भी सांप ने डसा होगा, लेकिन उसका प्रभाव नहीं हो रहा।
पत्नी को कुछ काटने का एहसास हुआ
यह घटना नागपुर के कामठी रोड स्थित खसाडा गांव के पास की है। पति पुरन और पत्नी रुक्मिणी अपने घर में सो रहे थे। मध्यरात्रि के बाद पत्नी को अचानक कुछ काटने का एहसास हुआ, उसके पलंग पर सांप था। पत्नी को सांप काटने पर पति ने तुरंत उसे नागपुर मेडिकल कॉलेज के कैजुअल्टी में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। एक ही पलंग पर दोनों के सोने से डॉक्टरों ने पति से यूं ही पूछा कि क्या तुम्हें सांप ने नहीं काटा, इस पर पति ने कहा नहीं।
शख्स को सांस लेने में होने लगी तकलीफ
इसके बाद सुबह 5:00 बजे पति की छाती में दर्द होने लगा। डॉक्टर ने जांच कर उसका ईसीजी निकाला। रिपोर्ट नेगेटिव आई। डॉक्टर ने फिर पूछा कि क्या तुम्हें सांप ने काटा है कहीं, सूजन है क्या, लेकिन पति ने इससे इनकार कर दिया। फिर भी डॉक्टरों ने उसे निरीक्षण में रखा। सुबह पूरन को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। वेंटिलेटर लगाते समय भी वह सांप के काटने की बात से मना करता रहा, जबकि उसके लक्षण सर्पदंश वाले होने से डॉक्टर ने समय गवाएं बगैर अनुभव के आधार पर अगले 32 घंटे तक सर्पदंश का इलाज किया, इससे महिला का पति खतरे से बाहर आ गया।