
नागपुर: शिवाजी प्रतिमा चौक इलाके में हुई हिंसा के दूसरे आरोपी के घर पर बुलडोजर चलेगा। अपंजीकृत निर्माण के मामले में अवैध निर्माण पर हथौड़ा चलाया जाएगा। पुलिस और नगर निगम की टीम महल क्षेत्र के जोहरीपुरा में मोहम्मद यूसुफ शेख के घर पहुंची है। नगर निगम के अधिकारी और अतिक्रमण विभाग के कर्मचारी इलाके में पहुंच गए हैं। बता दें कि नागपुर में ये तीन मंजिला इमारत है। इमारत का काम नक्शे के मुताबिक है लेकिन कुछ कन्स्ट्रक्शन जैसे गैलरी कंपाउंड, वाल, एक्स्ट्रा कंस्ट्रक्शन तोड़ा जाएगा।
शनिवार को आया था सीएम फडणवीस का बयान
नागपुर हिंसा को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा था कि यदि आवश्यक हुआ तो बुलडोजर चलाया जाएगा। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या नागपुर में हिंसा करने वालों पर ‘उत्तर प्रदेश की शैली’ में कार्रवाई की जाएगी, तो उन्होंने यह टिप्पणी की। फडणवीस ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार नागपुर हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई संपत्तियों की कीमत दंगाइयों से वसूलेगी और भुगतान नहीं करने पर उनकी संपत्तियों को जब्त कर बेचा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या उत्तर प्रदेश की तर्ज पर नागपुर में भी दंगाइयों के खिलाफ ‘बुलडोजर कार्रवाई’ की जाएगी, फडणवीस ने कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार की काम करने की अपनी शैली है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी (अपराधी) को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान पुलिस अधिकारियों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फडणवीस ने कहा कि इस घटना को ‘खुफिया विफलता’ नहीं कहा जा सकता, लेकिन खुफिया जानकारी (एकत्रीकरण) बेहतर हो सकती थी। उन्होंने कहा, 'पुलिस सतर्क रहेगी। हम किसी भी तरह की अशांति बर्दाश्त नहीं करेंगे।'
हिंसक झड़प में कई पुलिसकर्मी हुए थे घायल
छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान पवित्र आयत लिखी चादर जलाए जाने की अफवाहों के बीच हिंसक भीड़ ने सोमवार शाम नागपुर के कई इलाकों में पथराव और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया था। हिंसा के परिणामस्वरूप शहर के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी हुई, जिसमें पुलिस उपायुक्त स्तर के तीन अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।