नागपुरः मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में टेरर फ़ंडिंग हुई और अब इसकी भी जांच होगी। देवेंद्र फडणवीस के इस बयान के बाद एमवीए ने पलटवार किया है। जानकारी के अनुसार, 2024 में मालेगांव में कुछ युवकों ने शिकायत दर्ज कराई कि करीब 114 करोड़ रुपए खातों में जमा किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
आरोपी सिराज मोहम्मद ने 14 लोगों के आधार कार्ड और पैन कार्ड का इस्तेमाल करके नासिक सहकारी बैंक में 14 बैंक खाते बनाए और बाद में इन 14 खातों में 114 करोड़ रुपए जमा किए। जब पुलिस और इनकम टैक्स विभाग ने जांच की तो पता चला कि मामला सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। उन्हें समझ में आया कि 21 राज्यों में 201 बैंक खातों में 1 हजार करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। मुंबई नासिक में पैसे भेजे गए और 600 करोड़ दुबई भेजे गए। 100 करोड़ का इस्तेमाल चुनाव में अलग तरीके से किया गया।
सीएम ने कही ये बात
सीएम ने कहा कि इस मामले की जांच फिलहाल एटीएस कर रही है लेकिन चुनाव जीतने के लिए लोग किस हद तक जा रहे हैं और सिर्फ यही नहीं चुनाव में विदेशी दखलंदाजी हो रही है। यह अब संसद को पता है कि हम सब एक दूसरे की विचारधारा के खिलाफ हैं। मुझे आपकी देशभक्ति पर शक नहीं है लेकिन दुख की बात है कि हमारे विपक्ष ने अपने कंधे किसी ऐसे व्यक्ति को दे दिए हैं जो गोली चलाए। इससे मैं परेशान हूं कि हमारे कंधों पर बंदूक कौन रख रहा है, हमें इस पर विचार करने की जरूरत है।
विपक्ष ने सीएम पर किया पलटवार
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के इस बयान के बाद विपक्ष और कांग्रेस, एनसीपी शरद पवार, उद्धव ठाकरे की पार्टी की तरफ़ से प्रतिक्रिया आयी। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि देवेंद्र फड़नवीस ने ख़ुद गृहमंत्री थे और केंद्र में उनकी सरकार थी तो वो जाँच क्यों नहीं करा पाए? अगर टेरर फंडिंग हो रही है वो क्या कर रहे थे? यह तो उनकी असफलता है। बीजेपी असल में मुद्दों को भटकाना चाहती है।
नाना पटोले की बात को आदित्य ठाकरे ने भी आगे बढ़ाया और कहा कि देवेंद्र फड़णवीस का निशाना एमवीए पर नहीं बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर है क्योंकि उनके गृह मंत्री रहते अगर कोई टेरर फंडिंग हो रही होगी तो ये काफ़ी गंभीर मामला है । जो बात फड़नवीस को पता है वह अमित शाह को क्यों नहीं पता ? यह तो उनकी असफलता है।