मुंबई: पबजी खेलने के लिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए से कथित तौर पर 10 लाख रुपये खर्च करने की खातिर अभिभावकों के डांटने पर जोगेश्वरी इलाके में 16 वर्षीय एक किशोर अपने घर से भाग गया। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लड़के के पिता ने MIDC थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने भागे हुए लड़के का पता गुरुवार की दोपहर को अंधेरी (ईस्ट) में महाकाली केव्स इलाके में लगाया और उसे उसके माता-पिता के पास भेज दिया।
चिट्ठी लिखकर घर से भाग गया लड़का
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना बुधवार की शाम को तब प्रकाश में आई जब लड़के के पिता ने एमआईडीसी थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। जांच के दौरान लड़के के पिता ने पुलिस को बताया कि किशोर पिछले महीने से पबजी का आदी हो गया था और मोबाइल फोन पर खेलते हुए उसने अपनी मां के बैंक खाते से 10 लाख रुपये खर्च कर दिए। अधिकारी ने बताया कि जब अभिभावकों को ऑनलाइन लेन-देन के बारे में पता चला तो उन्होंने उसे डांटा जिसके बाद उसने एक पत्र लिखा और घर छोड़कर चला गया।
पबजी की वजह कई लड़कों ने की आत्महत्या
पिछले साल अक्टूबर में तमिलनाडु में पबजी की लत से पीड़ित 14 साल के एक किशोर को उसके माता पिता ने इसे खेलने से रोका तो इससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली थी। वहीं, पिछले साल ही सितंबर में पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में पबजी नहीं खेल पाने की वजह से 21 वर्षीय छात्र ने कथित रूप से खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने बताया था कि आईटीआई छात्र प्रीतम हलदर ने चकदाह थाना-क्षेत्र के पुरबा लालपुर में स्थित अपने घर में खुदकुशी कर ली।
पबजी को लेकर वैज्ञानिक भी दे चुके हैं चेतावनी
पिछले साल अगस्त में पबजी खेलने को लेकर हुए विवाद के बाद जम्मू जिले की आरएस पुरा तहसील में 3 लोगों ने कथित तौर पर एक व्यक्ति की हत्या कर दी। वहीं, पिछले साल जुलाई में महाराष्ट्र के नागपुर शहर में ऑनलाइन मोबाइल गेम ‘पबजी’ में हारने से निराश 13 वर्षीय एक लड़के ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। इस बारे में वैज्ञानिकों ने भी चेतावनी दी है कि ऑनलाइन गेम ‘पबजी’ बच्चों को अपराध की दुनिया से परिचित करा रहे हैं और उनकी सोच को नकारात्मक बना रहे हैं।