मुंबई: एनसीपी चीफ शरद पवार के घर सिल्वर ओक की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। उनके घर के बाहर बख्तरबंद गाड़ियां तैनात कर दी गई हैं। पवार के बंगले की मुख्य सड़क भूलाभाई देसाई रोड से पवार के घर सिल्वर ओक जाने वाली सड़क तक बेरिकेड लगाए गए हैं।
एसआरपीएफ पुलिस को भी तैनात किया गया है। आने-जानेवालों पर भी खास नजर रखी जा रही है। बिना आईडी कार्ड सड़क से अंदर किसी को जाने नही दिया जा रहा है। पुलिस यह पता करने में जुटी है कि इतनी बड़ी संख्या में भीड़ यहां तक कैसे आ गई थी। भीड़ को किसने फंडिंग की और किसने हमले के लिए उकसाया। किसके भड़काने पर भीड़ शरद पवार के घर के बाहर जमा हुई थी।
शरद पवार के घर पर हमले के दौरान कई हमलावर नशे में धुत थे। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आंदोलनकारियों के बीच शराब कहां से आई थी और किसने मुहैया कराई। साथ ही इस बात की जानकारी भी जुटाई जा रही है कि आंदोलनकारी एसटी कर्मचारी ही थे या बाहरी किराये के लोग थे।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के 100 से अधिक हड़ताली कर्मचारियों ने शुक्रवार को मुंबई में पवार के आवास के बाहर अचानक और उग्र प्रदर्शन किया। उस समय पवार अपने घर पर ही मौजूद थे। एमएसआरटीसी के कर्मचारियों का आरोप है कि उनके मुद्दों का समाधान करने के लिए राकांपा प्रमुख ने कुछ नहीं किया। पवार की बेटी और लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की लेकिन वह असफल रहीं। अंततः पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया और 107 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।