Highlights
- मुंबई में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट भी 4% से ऊपर
- महाराष्ट्र सरकार ने जारी किया रेड अलर्ट
मुंबई (महाराष्ट्र): मुंबई में पिछले चौबीस घंटे के दौरान कोरोना के 2,510 नए केस आए हैं जबकि कल ये संख्या 1333 थी यानी एक ही दिन में कोरोना के केस करीब दोगुने हो गए हैं। चिंता की बात ये है कि मुंबई में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट भी 4% से ऊपर पहुंच गया है जबकि दिल्ली में ये पॉजिटिविटी रेट 1.29% है इसी से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि 4% पॉजिटिविटी रेट का क्या मतलब होता है। 5% पॉजिटिविटी रेट को अलार्मिंग यानी खतरनाक माना जाता है यानि मुंबई एक बार फिर रेड जोन में पहुंच रही है। आज महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी माना कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पॉजिटिविटी रेट 6-7% था और अब जिस तरीके से अभी ये रेट 4% में पहुंच गया है वो चिंता करने की बात है, अब नहीं संभले तो देर हो जाएगी।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने साफ कह दिया है कि अगर न्यू ईयर पर पार्टी की तो आने वाला पूरा साल खराब हो सकता है। महाराष्ट्र सरकार ने 31 दिसंबर और 1 जनवरी को होने वाले प्रोग्राम्स के लिए गाइडलाइंस जारी की है। इनडोर प्रोग्राम्स को 50% कैपिसिटी के साथ मंजूरी दी जाएगी जबकि आउटडोर कार्यक्रमों में कैपेसिटी से सिर्फ 25% लोग मौजूद रह सकते हैं। लोगों से कहा गया है कि 31 दिसम्बर को समंदर किनारे आने और सार्वजनिक जगहों पर आने से बचे। 60 साल से ज्यादा और 10 साल से कम उम्र के बच्चे घर से बाहर ना निकलें। मुंबई के गेट वे ऑफ इंडिया, मरीन लाइंस, गिरगांव चौपाटी और जुहू चौपाटी में ना आएं। इसके अलावा पटाखे फोड़ने और आतिशबाजी से भी दूर रहें।
मुंबई में 20 दिसंबर को 6000 सक्रिय केस थे वहीं, आज 29 दिसंबर को 12000 तक पहुंच गए है। मुंबई में आज जिस तरह एक ही दिन में कोरोना के ढाई हज़ार से ज्यादा नए केस आए हैं उसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मुंबई में सात महीने के बाद एक ही दिन में कोरोना के इतने ज्यादा नए केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे ने आज बीएमसी के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने कहा कि दिसंबर के आखिरी हफ्ते यानी 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक लोग सेलिब्रेशन के मूड में होते हैं लेकिन इस बार कोरोना का खतरा ज्यादा है इसलिए ज्यादा सतर्कता की जरूरत है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पहले से बेहतर हुआ है लेकिन कोशिश करनी चाहिए ऐसी नौबत ही न आए जब किसी को हॉस्पिटल जाने की जरूरत पड़े।