महादेव बेटिंग बुक एप्लिकेशन के बारे में एक के बाद एक बड़ी जानकारी निकलकर सामने आ रही है। अब मुंबई पुलिस ने महादेव बेटिंग बुक एप्लिकेशन के कथित प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने चंद्राकर के खिलाफ कई अहम धाराओं में केस दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस ने खुलासा किया है कि 2019 से लेकर अब तक इस एप्लिकेशन के माध्यम से लगभग 15000 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
ठगी के आरोप में मुंबई पुलिस ने चंद्राकर के खिलाफ IPC की धारा 420, 465, 467, 468, 120 (B),और IT एक्ट की धारा 66 (C), 66(F) के तहत FIR दर्ज किया है। पुलिस ने मामले में चंद्राकर समेत कुल 32 लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया है। पुलिस ने इस मामले में जो IT की धारा 66 (F) लगाई है उसका मतलब होता है “पनिशमेंट फॉर साइबर टेररिज़म” यह धारा बहुत ही कम मामले में लगाई जाती है। ये धारा और खास कर ऐसे मामलों में लगाई जाती है जिस मामले में भारत की इंटेग्रिटी, यूनिटी और सिक्योरिटी खतरे में होती है।
क्या है शिकायत?
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपी साल 2019 से लेकर अब तक फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल पर प्रचार कर खिलाड़ी बुक जैसे एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर लोगों को क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, कसीनो और तीन पत्ती जैसे खेल खेलने के लिये मजबूर किया करते थे। आरोप यह भी लगाया गया है कि आरोपी इस माध्यम से लगभग 15000 करोड़ की कमाई कर चुके हैं और इन पैसों का इस्तेमाल कर के भारत और विदेशों में होटल और दूसरी संपत्ति ले रहे हैं व इन पैसों का निवेश कर रहे हैं।
बैन के बाद बदला डोमेन
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) ने हाल ही में महादेव ऐप सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों को ब्लॉक करने के आदेश जारी किए हैं। ये कार्रवाई ईडी के अनुरोध पर की गई है। हालांकि, वेबसाइट के ब्लॉक होते ही महादेव बुक ने नया डोमेन भी जारी कर दिया था। एप ने घोषणा की थी कि सट्टा लगाने वालों के आईडी और पासवर्ड पहले वाले ही रहेंगे।
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