मुंबई से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, यहां महाराष्ट्र पुलिस ने नकली पुलिस बनकर लोगों को लूटने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया है। कुछ दिन पहले ही 5 आरोपियों ने मिलकर एक वकील को लूटा था। उन्होंने वकील को कहा कि हम क्राइम ब्रांच से हैं और आपको हिरासत में लिया जा रहा। पहले तो वकील ने उनका विरोध किया फिर वह मान गया और उनके साथ चल दिया।
वकील के साथ की थी लूटपाट
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, आरोपियों ने मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर एक वकील को उनकी ही कार में अगवा किया, फिर बीच रास्ते में ही आरोपियों ने वकील को उतार दिया और पैसे और कार लेकर रफूचक्कर हो गए। इसके बाद वकील ने पुलिस में इसकी शिकायत दी, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ।
खुद को बताया क्राइम ब्रांच
पुलिस ने बताया कि 8 सितंबर की सुबह करीब 7 बजे वकील खार वेस्ट में कैश डिपॉजिट मशीन (सीडीएम) में पैसे जमा करने गए थे, तभी पांचों आरोपियों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी कहकर उनसे कहा कि उसे हिरासत में लिया जा रहा है। उन्होंने वकील के खिलाफ मामला दर्ज करने की धमकी दी और उसे कार में बिठाकर ले गए। फिर कुछ देर गाड़ी चलाने के बाद वे उसे बीच सड़क पर छोड़कर उसके 5 लाख रुपये लेकर फरार हो गए। खार पुलिस ने गुरुवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने दबोचा
मामले में मुंबई पुलिस ने एक्शन लेते हुए अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपियों को धर दबोचा है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ इससे पहले भी अलग पुलिस थानों में कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ़्तार किया है उनका नाम संदेश मालाडकर, प्रफुल मोरे, विकास सुर्वे, चेतन गौडा, दर्शन यागनिक है। पुलिस ने आगे बताया कि मुख्य आरोपी संदेश मालाड़कर पर पहले से 8 आपराधिक केस और प्रफुल मोरे पर दो आपराधिक केस दर्ज है। सभी आरोपियों को 18 सितंबर तक मुंबई पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया है।
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