Highlights
- मुंबई के मलाड ईस्ट में FDA, महाराष्ट्र के अधिकारियों की सरप्राइज विजिट
- जूस बनाने में कई जगह हो रहा है गंदे पानी का इस्तेमाल
- जूस को गाढ़ा करने के लिए मिलाया जा रहा है केमिकल
Mumbai News: मुंबई और इसके आसपास के इलाको में इन दिनों जूस बेचने वालों के खिलाफ फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (FDA) ने सख्त रवैया अपना रखा है। एफडीए के इंस्पेक्टर्स अलग-अलग इलाकों में मिलावटी और गंदे पानी से गंदगी में जूस बनाकर बेचने वालों की दुकानों पर सरप्राइज विजिट कर उन्हें नोटिस दे रहे है। लगातार शिकायतें मिल रही है कि मुम्बई, नवी मुंबई, ठाणे के कई इलाकों में अवैध जूस बेचने वाले आम, अनार, संतरा, सेब और मौसंबी के जूस में बड़े पैमाने पर मिलावट कर रहे हैं। इन शिकायतों के बाद एफडीए डिपार्टमेंट ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए है।
जूस को गाढ़ा करने के लिए मिलाया जा रहा है केमिकल
मुंबई के मलाड ईस्ट में फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन महाराष्ट्र के अधिकारियों की सरप्राइज विजिट चल रही है यानी औचक निरीक्षण। ये कार्यवाही जूस सेंटर्स के खिलाफ की जा रही है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से खासकर भीषण गर्मी और उमस बढ़ने के बाद लगातार ऐसी शिकायते एजेंसियों को मिल रही थी कि सड़क किनारे ठेले पर जूस बेचने वाले और कुछ दुकानों के भी जूस सेंटर्स में आम, अनार, मौसंबी, सेब और संतरे सहित फलों के जूस में मिलावट की जा रही है।
जूस का रंग चटक दिखाने के लिए कही ज्यादा रंग मिलाया जा रहा है तो कही गंदे पानी का इस्तेमाल जूस की क्वांटिटी को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। इतना ही नही कुछ दुकानदार 1 किलो आम में 4 गिलास नहीं बल्कि 10 गिलास तक जूस बना रहे है जिसके लिए वो "थिकनर" जैसे केमिकल का भी इस्तेमाल जूस बनाने में कर रहे हैं।
मुंबई में FDA और बीएमसी की कार्रवाई जारी
एफडीए के अधिकारी ये पता लगाने में जुटे है कि मुंबई में जो जूस सेंटर चल रहे है उसमें किसी तरह की कोई मिलावट तो नहीं की जा रही जैसे- आमरस को चटक रंग देने के लिए FSSI के नियमों से ज्यादा रंग का इस्तेमाल किया जाना या गंदे, अनहाईजेनिक पानी का जूस बनाने में इस्तेमाल किया जाना या किसी भी अन्य तरह का केमिकल इस्तेमाल किया जाना ताकि आम का रस और गाढ़ा बन सके और उसकी क्वांटिटी बढा सके।
हालांकि मलाड ईस्ट में एफडीए ने जिन 2 जूस की दुकानों पर रेड मारी वहां किसी भी तरह की मिलावट का सामान या गन्दा पानी, रंग ऐसा कुछ नहीं मिला लेकिन इसके बाद भी एफडीए के कानून के तहत इन्हें नोटिस देकर इनकी दुकान के जूस सैंपल लेकर एफडीए के अधिकारी टेस्टिंग लैब में ले गए। वही जूस सेंटर के मालिक और जूस सेंटर पर बैठे ग्राहकों ने इस कार्रवाई को सही बताया क्योंकि असली के भेष में नकली जूस विक्रेता भी इसी बाजार में है जो ग्राहकों की सेहत के साथ खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं।