Highlights
- कोरोना की वजह से 2 साल बाद मनाया गया था गणेशोत्सव
- सड़क पर 180 से ज्यादा गड्ढे करने पर जुर्माना लगाया गया
- बृहन्मुंबई नगर निगम ने की कार्रवाई
Mumbai News: महाराष्ट्र में गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें कई बार लोग सड़क पर गड्ढे कर देते हैं। लेकिन इस बार गणेशोत्सव के दौरान सड़क पर 180 से ज्यादा गड्ढे करने पर जुर्माना लगाया गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम ने इस साल गणेशोत्सव के दौरान सड़क पर 183 गड्ढे करने के लिए लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल पर 3.66 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना 2000 रुपए प्रति गड्ढे के हिसाब से लगाया गया है। ये जानकारी BMC ने दी है।
बता दें कोरोना की वजह से 2 साल बाद इस बार मुंबई में धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया गया था। घरों और पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं और 10 दिनों तक पूजन-अर्चन के बाद 9 सितंबर को इनका विसर्जन किया गया।
कब से शुरू हुआ था गणेश उत्सव
देश में पहली बार गणेश उत्सव की शुरूआत साल 1893 में हुई थी। इसके बाद हर साल धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया जाने लगा। गणेश चतुर्थी के दिन से लेकर अनंत चौदस के दिन तक देश गणेश पूजा में रम जाता है।
कहां धूमधाम से मनता है गणेश उत्सव
मुंबई में गणेश उत्सव काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। मुंबई में पांडाल सजते हैं और गणेश उत्सव पर करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। मुंबई मे लाल बागचा राजा की खास झांकी को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
पुणे में भी गणेश उत्सव की धूम रहती है। यहां गणेश उत्सव पर मराठी रीति-रिवाज से पूजा होती है। महिला और पुरूष पारंपरिक कपड़ो में डांस करते हैं और यहां ढोल-नगाड़ों के साथ गणेश जी का स्वागत होता है।
हैदराबाद में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। यहां पूरे 10 दिन तक गणपति बप्पा की पूजा होती है और अनंत चौदस के दिन बप्पा का विसर्जन होता है। यहां हर साल करीब 75 हजार पांडाल लगते हैं।
दिल्ली में भी लोग पूरे उत्साह के साथ गणेश उत्सव में भाग लेते हैं। जगह-जगह धार्मिक आयोजन होते हैं और लोग डांस करते हैं।