मुंबई: सोमवार को मुंबई से सटे नालासोपारा इलाके के निर्मल गांव में राइस मिल चलाने वाले 80 वर्षीय गणपत नाइक को उस वक्त झटका लगा, जब उन्हें करीब 80 करोड़ रुपये का बिजली बिल मिला। वह दिल के मरीज हैं और बिल देखकर उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया। बाद में उन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। इस बीच बिजली कंपनी ने कहा कि बिल में लिपिकी गलती हुई है और इसे सुधारा गया है। जैसे ही यह मामला उछला पूरा बिजली महकमा घबरा गया जांच करने में जुट गया।
महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) ने कहा कि यह एक अनजानी त्रुटि थी और बिल जल्द ही सही हो गया। MSEDCL ने साफ किया कि गलती मीटर रीडिंग लेने वाली एजेंसी के हिस्से में थी। कंपनी ने कहा कि एजेंसी ने छह अंकों के बजाय नौ अंकों का बिल बनाया दिया था। MSEDCL ने कहा कि गलती को सुधार करके हम नया बिल जारी कर रहे हैं।
बिजली बोर्ड के अधिकारी सुरेंद्र मोनेरे ने कहा कि गलती सुधरने के बाद बिजली कंपनी ने गणपत नाइक को नया बिल दिया है, उनका बिल छह अंकों में है और गणपत नाइक अब अपने बिल से संतुष्ट हैं। गणपत नाइक के पोते नीरज ने कहा कि वे काम कर रहे थे, जब उन्हें बिजली का बिल मिला और वे इसे देखकर चौंक गए। नीरज ने कहा कि सबसे पहले मुझे लगा कि हमें पूरे जिले का बिल भेज दिया है, हमने दोबारा जांच की और यह केवल हमारा बिल था, हम डर गए क्योंकि बिजली बोर्ड ने लॉकडाउन अवधि का सभी से बकाया वसूलना शुरू कर दिया है।