मुंबई में हुई लिव इन पार्टनर की हत्या के मामले में नया खुलासा सामने आया है। बता दें कि आरोपी ने पेड़ काटने वाले कटर से अपनी लिव इन पार्टनर के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश की। पूछताछ के दौरान आरोपी मनोज साने ने पुलिस को बताया कि उसकी पार्टनर सरस्वती वैद्य ने 3 जून को आत्महत्या कर ली थी। वह डर गया था कि उस पर उसकी हत्या का आरोप लगाया जाएगा, इसलिए उसने उसके शरीर को ठिकाने लगाने का फैसला किया।
आरोपी ने कहा- कोई पछतावा नहीं
आरोपी ने पुलिस को आगे बताया कि उसने उसके शरीर के टुकड़े किए और बदबू से बचने के लिए उन्हें प्रेशर कुकर में उबाला। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसने उसके बाद अपना जीवन समाप्त करने का फैसला किया था और उसे इसका कोई पछतावा नहीं है। इसकी जानकारी मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस ने दी है।
14 दिन की पुलिस रिमांड में आरोपी
आरोपी को कोर्ट ने 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। दरअसल, मीरा रोड पर मौजूद गीता आकाश दीप सोसाइटी में बुधवार 7 जून की शाम अचानक पुलिस की टीम पहुंची और सीधे उस फ्लेट का रुख किया, जहां से बदबू बाहर आने की खबर मिली थी। 7वीं मंजिल पर मौजूद इस फ्लैट में पहुंचते ही पुलिस के होश उड़ गए, क्योंकि वहां पुलिस को वो सब देखने को मिला, जैसा उसे दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस के बारे में सुनने और जानने को मिला था।
कटर से शरीर के किए टुकड़े- टुकड़े
पुलिस को फ्लैट से एक महिला की लाश के टुकड़े मिले। महिला की पहचान सरस्वती वैद्य के रूप पर हुई। पुलिस को खून से लथपथ तीन पेड़ काटने वाला कटर भी मिले। पुलिस ने 56 साल के आरोपी मनोज साने को गिरफ्तार किया। पुलिस ने जब सख्ती से आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी लिव-इन पार्टनर सरस्वती ने किसी वजह से आत्महत्या कर ली थी और जब वह घर वापस लौटा तो शव देखकर घबरा गया। उसने श्रद्धा मर्डर केस के बारे में बहुत सुना था, इसे ध्यान में रखते हुए उसने शव के टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने का फैसला किया।