Highlights
- मुंबई में मिले कोरोना के सबसे घातक सब-वेरिएंट के मामले
- BA.4 के तीन केस और BA.5 सब-वेरिएंट का एक केस दर्ज
- यही स्ट्रेन साल की शुरुआत में तीसरी लहर का बने थे कारण
Mumbai Corona Alert: महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के सबसे घातक नए सब-वेरिएंट के 4 मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मुंबई में ओमिक्रोन के सब-वेरिएंट BA.4 के तीन केस और BA.5 सब-वेरिएंट का एक केस दर्ज किया गया है। बता दें कि ये दो सब-वेरिएंट कोरोन वायरस के सबसे ज्यादा संक्रामक ओमाइक्रोन स्ट्रेन के वेरिएंट हैं, जिसके कारण इस साल की शुरुआत में महामारी की तीसरी लहर आई थी।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नगर निगम द्वारा संचालित कस्तूरबा अस्पताल की लैब रिपोर्ट ने मुंबई में तीन मरीजों में BA.4 सब-वेरिएंट और एक मरीज में BA.5 सब-वेरिएंट की पुष्टि की है। रिपोर्ट में कहा गया कि चार मरीजों में से दो 11 साल की लड़कियां और दो पुरुष 40 से 60 साल के थे। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि ये सभी मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र में क्या है कोविड-19 का ग्राफ
महाराष्ट्र में सोमवार को कोविड-19 के 1,885 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 79,12,462 हो गई और एक मरीज की मौत होने के बाद कुल मृतकों की संख्या 1,47,871 हो गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। महाराष्ट्र में सोमवार को दैनिक मामलों की संख्या में रविवार की तुलना में 36 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। रविवार को राज्य में 2,946 लोग संक्रमित पाए गए थे और दो लोगों की मौत हुई थी।
महाराष्ट्र में एक्टिव रोगियों की संख्या अब 17,480 है, जिनमें से मुंबई में सर्वाधिक 11,331 मरीज हैं और ठाणे जिले में 3,233 मरीज है। बुलेटिन में बताया गया है कि राज्य में बीते 24 घंटे में कुल 774 लोगों के संक्रमण से उबरने के बाद ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 77,47,111 हो गई है। राज्य में मरीजों के संक्रमण से उबरने की दर 97.91 प्रतिशत है और मृत्यु दर 1.86 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत रायगढ़ जिले में हुई।
मुंबई में कल के मुकाबले 38 प्रतिशत कम केस
बृहन्मुंबई महानगर पालिका के बुलेटिन में बताया गया है कि मुंबई शहर में संक्रमण के 1,118 नए मामले सामने आए हैं, जो इससे पहले के दिन की तुलना में 38 प्रतिशत कम हैं। महाराष्ट्र में सोमवार को आमतौर पर दैनिक मामलों की संख्या कम रहती है, क्योंकि सप्ताहांत पर अपेक्षाकृत कम सैंपल की जांच की जाती है।