मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर हादसे से पहले का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में पूरा प्लेटफॉर्म लोगों से खचाखच भरा दिख रहा है। जिस ट्रेन में चढ़ने के लिए भगदड़ मची, वह ट्रेन 22 कोच की है और उसमें सिर्फ सामान्य कोच ही लगे हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में मजदूर और गरीब वर्ग के लोग इस ट्रेन से सफर करते हैं। यही लोग लंबे समय से ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। 1000 से 1500 लोगों की क्षमता वाले पलटफॉर्म पर 2500 के करीब लोग इकट्ठा हो गए थे। यह ट्रेन रीशेड्यूल भी हुई थी। ऐसे में जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंची तो इसमें चढ़ने के लिए भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 10 लोग घायल हो गए। इनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, दो लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
सामान्य कोच में रिजर्वेशन नहीं होता है और पहले चढ़ने वाला व्यक्ति ही सीट हासिल कर लेता है। इसी वजह से सामान्य कोच में चढ़ने वाले लोग जल्दीबाजी करते हैं। बांद्रा-गोरखपुर ट्रेन में सभी 22 बोगियां सामान्य श्रेणी की हैं। इसी वजह से इसमें चढ़ने के लिए भगदड़ मची। प्लेटफॉर्म में पहले ही क्षमता से ज्यादा लोग थे। इस वजह से हादसा हुआ।
रेलवे का बयान
रेलवे की तरफ से कहा गया है कि बांद्रा गोरखपुर एक्सप्रेस साप्ताहिक ट्रेन है। यह रीशेड्यूल हुई थी। यह गाड़ी सुबह 5 बजकर 10 मिनट पर चलने वाली थी। री शेड्यूल होने के बाद रविवार सुबह गाड़ी प्लेटफॉर्म पर आई। रात तीन से साढ़े तीन बजे के आसपास गाड़ी आई। स्टेशन पर भीड़ ज्यादा होने से ट्रेन में चढ़ने के लिए भगदड़ सी मच गई। अस्पताल के अनुसार 9 लोग घायल थे, लेकिन रेलवे ने पुष्टि की है कि कुल 10 लोग घायल हैं। कुछ लोगों के पैर में फ्रैक्चर हुआ है, कुछ एक के कमर में फ्रैक्चर हुआ है। दो घायलों को डिस्चार्ज कर दिया गया है, बाकी भाभा अस्पताल में एडमिट हैं। ट्रेन आखिरकार 5 बजकर 10 मिनट पर रवाना हो गई। अब स्टेशन के हालात सामान्य हो चुके हैं।
चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करें
वेस्टर्न रेलवे की तरफ से कहा गया है कि अंत्योदय एक्सप्रेस जब प्लेटफॉर्म पर लग रही थी, तब ट्रेन की स्पीड काफी कम थी। ऐसे में कई लोगों ने चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की और दो यात्री गिरकर घायल हो गए। ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ ,जीआरपी, होमगार्ड ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यात्रियों को नजदीकी सरकारी भाभा हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। डॉक्टर के अनुसार सभी घायल यात्रियों की स्थिति सामान्य हैl यात्रियों से अनुरोध हैं, चलती हुई ट्रेन में न चढ़े-उतरें, यह खतरनाक है। दिवाली और छठ त्योहार को देखते यात्रियों की सुविधा के लिए, उनको देश के विभिन्न भागों विशेषकर यूपी और बिहार में उनके गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए 130 से अधिक फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रहीं हैं।
(अनामिका गौर की रिपोर्ट)