महाराष्ट्र के ठाणे से बेहद बुरी खबर आई है। जानकारी मिली है कि ठाणे नगर निगम के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में एक रात में 21 मरीजों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अस्पताल में भारी मरीजों की संख्या बढ़ने और अपर्याप्त डॉक्टर होने के कारण एक ही रात में करीब 21 लोगों की जान चली गई। इनमें से दर्जनों मरीज आईसीयू में और कई सारे जनरल वार्ड में भर्ती थे।
सिविल अस्पताल बंद होने से व्यवस्था प्रभावित
हालांकि अस्पताल प्रशासन ने अभी तक इस खबर की पुष्टि नहीं की है, लेकिन कहा जा रहा है कि निजी अस्पतालों से अंतिम समय में अस्पताल पहुंचने के कारण कुछ मरीजों की मौत हो गई, जिनमें से कुछ की उम्र 80 वर्ष से अधिक थी। लेकिन सिविल अस्पताल बंद होने के बाद से डॉक्टर और चिकित्सा व्यवस्था कम हो रही है, क्योंकि ठाणे जिले के सभी मरीज यहीं आ रहे हैं। बता दें कि पिछले दिनों जब एक ही दिन में 5 लोगों की मौत हुई तो विधायक जितेंद्र आव्हाड और अन्य दलों ने अस्पताल जाकर विरोध प्रदर्शन किया था। लेकिन कल रात से आज दोपहर तक लगभग 21 लोगों की मौत होने की आशंका बताई जा रही है।
जिला अस्पताल की तुड़वाई इमारत
बता दें कि ठाणे जिला मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदा का है। मुख्यमंत्री का ठाणे नगर निगम उनके कई सालों से सत्ता में रहने के बावजूद भी बहुत खराब हालात में है और छत्रपति शिवाजी अस्पताल का भी यही हाल है। हाल ही में मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने ठाणे में सुपर स्पेशियलिटी कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखी थी। उस स्थान पर जिला सामान्य अस्पताल की इमारत को तोड़कर एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन इस बीच सबसे पुराने छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल को सरकार पूरी तरह से नजर अंदाज करते हुऐ नजर आ रही है।
(रिपोर्ट- रिजवान शेख)
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