फिल्म का एक चर्चित डॉयलाग है- 'दुनिया की सबसे बड़ी योद्धा मां होती है।' लेकिन यह सिर्फ एक डॉयलाग नहीं बल्कि सच्चाई भी है और एक बार फिर से एक मां ने अपने बच्चे को बचाने के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी। उसने इस डायलॉग को भी सच कर दिखाया है। घटना महाराष्ट्र के जलगांव जिले की है। यहां एक मां अपनी दुधमुंहे बच्चे को बचाने के लिए जहरीले सांप तक से भिड़ गई। आधी रात को बच्चे के अचानक रोने से मां की नींद खुल गई लेकिन जैसे ही उसकी नजर बच्चे पर पड़ी तो वह दंग रह गई। क्योंकि उसके चार महीने के बच्चे पर एक जहरीला कोबरा सांप फन फैलाए बैठा हुआ था। मां ने एक पल भी बिना सोचे-समझे कोबरा सांप को पकड़ लिया और बच्चे के ऊपर से फेंक दिया। बच्चे की जान तो बच गई, लेकिन मां को सांप ने काट लिया और मां की मौत से जंग शुरू हो गई।
बच्चे पर नजर पड़ी तो दंग रह गई मां
जलगांव के महिंदले गांव में सात दिन पहले एक भयानक घटना घटी। भोर में पूरा परिवार गहरी नींद में सो रहा था। इस समय घर में ज्योति और उसका 4 महीने का बच्चा एक ही पलंग पर सो रहे थे। सुबह 5 बजे बच्ची के अचानक रोने से ज्योति की नींद खुली। जब वह जागी तो उसने देखा कि किंग कोबरा किस्म का एक जहरीला नाग फन फैलाए उसके बच्चे से लिपटा हुआ है। ज्योति एक पल भी बिना सोचे-समझे नाग पर टूट पड़ी और उसे पकड़कर फेंक दिया। इसी दौरान सांप ने उसे काट लिया और कुछ ही पलों में उसकी हालत बिगड़ने लगी।
बच्चे की जान तो बच गई, लेकिन मां को सांप ने डस लिया
परिजनों ने तुरंत ज्योति को ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत और गंभीर होने पर उसे पचोरा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वक्त रहते ज्योति को एंटी स्नेक बाइट वैक्सीन का इंजेक्शन लगा दिया गया। लेकिन सांप अत्यधिक जहरीला होने के कारण ज्योति मौत से लड़ रही थी और आखिरकार 6 दिन बाद उसकी हालत में सुधार हुआ। अब वह स्वस्थ है साथ ही उसका बच्ची भी स्वस्थ है। जहरीले नाग से लड़ने की वजह से ज्योति ने अपने बच्चे को तो बचा ही लिया साथ ही एक मां क्या कर सकती है, इसका भी जीता जागता उदाहरण समूचे समाज को दिया। (जलगांव से नरेंद्र कदम की रिपोर्ट)
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