देश इस समय कोरोना संकट के दौर से गुजर रहा है। इस मुश्किल समय में डॉक्टर्स जीवनरक्षक के रूप में सामने आए हैं। प्रधानमंत्री से लेकर आम लोग तक उन्हें धन्यवाद दे रहे हैं। लेकिन मुंबई जहां देश भर में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, वहां से एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। मुंबई के 25 से ज्यादा प्राइवेट डॉक्टरों ने कोरोना संकट के दौर में प्रैक्टिस बंद कर दी है। अब सरकार आदेश जारी किया है कि या तो वे कोविड अस्पतालों में अपनी सेवाएं दें या फिरर उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।
महाराष्ट्र के मेडिकल डायरेक्टर ने आदेश जारी करते हुए सभी प्राइवेट डॉक्टरों को कोविड 19 अस्पतालों में अपनी सेवाएं देना अनिवार्य कर दिया है। आदेश के तहत डॉक्टरों को 15 दिन नियमित रूप से इन अस्पतालों में काम करना होगा। आदेश न मानने पर उनका प्रेक्टिस लाइसेंस रद्द करने की बात कही गई है।
बता दें कि महाराष्ट्र इस समय देश भर में कोरोना वायरस का केंद्र बना हुआ है। महाराष्ट्र में अब तक कुल 15525 मामले सामने आ चुके हैं और 617 लोगों की जान गई है। मुंबई इस समय कोरोना का हॉट स्पॉट बना हुआ है। यहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले आए हैं। मुंबई में स्वास्थ्य सेवाओं पर काफी दबाव है। कई अस्पताल और वहां के डॉक्टर्स कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं।