महाराष्ट्र में पानी के बिल को लेकर बवाल शुरू हो गया है। एक आरटीआई के माध्यम से खुलासा हुआ है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत विभिन्न मंत्रियों पर लाखो रुपये पानी का बिल बकाया है। आम तौर पर सामान्य मुंबईकर अगर दो-तीन महीने से ज्यादा पानी के बिल का बकाया रखती है तो BMC उसका पानी खंडित कर देती है। लेकिन VIP लोगों पर कार्रवाई न होने के कारण बीएमली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आइए जानते हं पूरा मामला।
सीएम शिंदे के आवास पर 18 लाख से ज्यादा बकाया
RTI activist शकील अहमद शेख ने पानी के बकायादारों के बारे में सुचना इकट्ठा की है। सामने आया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सरकारी बंगले पर 18 लाख 48 हजार 357 रुपये पानी का बिल बकाया है। RTI से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों के सरकारी आवासों पर कुल 95 लाख 12 हजार 236 रुपये का बिल बकाया है।
इन मंत्रियों पर बाकी है बिल
जिन मंत्रियों के सरकारी आवासों के पानी का बिल बकाया है उसमें राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (वर्षा बंगला, नंदनवन) के अलावा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, (सागर, मेघदूत), उपमुख्यमंत्री अजित पवार (देवगिरी), मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (पर्णकुटी), मंत्री राधा कृष्ण विखे पाटील (रॉयलस्टोन), डॉ. विजयकुमार गावित,आदिवासी मंत्री (चित्रकुट), गिरीश महाजन, ग्रामविकास व पंचायतराज मंत्री (सेवासदन), मंत्री गुलाबराव पाटील (जेतवन), मंत्री दीपक केसकर (रामटेक), मंत्री उदय सामंत (मुक्तागीरी) एवं सह्याद्री अतिथीगृह का नाम शामिल है।
सवालों के घेरे में बीएमसी
पानी का इतना अधिक बिल बकाया होने के बाद भी महानगरपालिका द्वारा मुख्यमंत्री व अन्य VIP मंत्रियों के सरकारी आवास पर मेहरबान होने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। RTI में खुलासे के बाद अब सवाल है की क्या बीएमसी आयुक्त बकायेदार मंत्रियों के आवासों का पानी खंडित करने की हिम्मत करेगी?
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