Highlights
- मोहित ने मंदिरों में बंटवाए थे लाउडस्पीकर
- अवैध निर्माण पर उद्धव सरकार के दौरान मिला था नोटिस
- ठाकरे के बंगले के पास उनकी कार में हुई थी तोड़फोड़
Mohit kamboj News: उद्धव ठाकरे ने 29 जून की रात सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। एकनाथ शिंदे के बागी गुट के अलग हो जाने से उद्धव की सरकार अल्पमत में आ गई थी। राजनीतिक घमासान के बीच कल रात उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसी बीच भाजपा नेता मोहित कम्बोज का एक वीडियो अब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मोहित कम्बोज ने उद्धव सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि '1 जून आपने कार्यवाही की उद्धव सरकार, 30 जून मेरी तारीख होगी। 1 जुलाई नहीं होने दूंगा, ये मेरा चैलेंज है'।
मोहित ने मंदिरों में बंटवाए थे लाउडस्पीकर
दरअसल, मोहित कम्बोज ने हनुमान चालीसा के मुद्दे में नवनीत राणा रवि राणा का समर्थन किया और मन्दिरों पर लाउड स्पीकर बंटवाए थे। मोहित ने राज्य सरकार के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए थे। अब जबकि उद्धव ने महाराष्ट्र के सीएम पद से 29 जून को इस्तीफा दे दिया, ऐसे में यह वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मोहित ने कहा था कि 30 जून मेरी तारीख होगी, टाइमिंग ऐसी रही कि उनके इस बयान के बाद ऐसे घटनाक्रम हुए कि 30 जून से एक दिन ही पहले ही उद्धव ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
अवैध निर्माण पर उद्धव सरकार के दौरान मिला था नोटिस
बता दें कि मोहित कम्बोज के खिलाफ मुंबई पुलिस ने आर्म्स का केस दर्ज किया है। बीएमसी उनके खार के फ्लैट के अवैध निर्माण तोड़ने का नोटिस भी दे चुकी है। मुम्बई पुलिस की ईओडब्ल्यू ब्रांच ने उन पर एक अन्य जालसाजी का केस दर्ज किया बैंक से ठगी का, जिसमें खुद बैंक ने ईओडब्ल्यू ब्रांच को लेटर लिखा कि मोहित कम्बोज ने कोई ठगी नहीं की और हमारा मामला खत्म हो गया। उधर, बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने उन पर लगे आरोपों को गलत बताया है। उनका कहना है कि कोई भी उनकी आवाज को नहीं दबा सकता है।
ठाकरे के बंगले के पास उनकी कार में हुई थी तोड़फोड़
इस साल मार्च के महीने में मोहित मुसीबत में फंसे थे। उस समय बीएमसी ने उनके फ्लेट का निरीक्षण किया था। इस बात की जांच की गई थी कि कहीं उन्होंने अवैध निर्माण तो नहीं कराया। उस समय भी मोहित ने महाराष्ट्र सरकार पर गलत तरीके से कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। आरोप लगाने के दौरान उन्होंने इस बातर पर जोर दिया था कि उन्हें फंसाने की साजिश रची जा रही है। 29 मई को एक विवाह कार्यक्रम से लौटते समय ठाकरे के बंगले के पास उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ का मामला भी सामने आया था।