मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई के माहिम इलाके में सोमवार को बड़ी संख्या में लोगों ने कोविड-19 दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया। महाराष्ट्र के नांदेड़ से बहुत डराने वाली तस्वीर सामने आई है। नांदेड़ में सिखों का पवित्र स्थान तख्त सच्चखंड श्री हुजूर साहिब गुरूद्वारा है। हुजूर साहिब में होला मोहल्ला और होली मनाने से पहले एक मीटिंग हुई। तय किया गया कि कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक ही त्योहार मनाया जाएगा। ज्यादा भीड़ न हो इसलिए गुरुद्वारे के गेट पर ताले भी लगाए गए थे।
दोपहर तक हालात सामान्य थे, लेकिन शाम को अचानक सैकड़ों लोग होला मोहल्ला मनाने पहुंच गए। चूंकि कोरोना की वजह से नांदेड में लॉकडाउन है। रोजाना 1000 से ज्यादा केस मिल रहे हैं इसलिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी। इसके बाद कुछ लोगों ने पुलिस से बहस की। भीड उग्र हो गई और भीड़ ने गुरूद्वारे के गेट के ताले तोड़ दिए। पुलिसवालों ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में कम से कम 10 पुलिसवाले घायल हुए हैं। ये सोमवार करीब शाम 5.30 बजे की घटना है।
पुलिस ने पहले से बैरिकेडिंग की हुई थी। पुलिस से कुछ लोगों ने बहस की। इसके बाद हमला किया जिसमें दस पुलिसवाले घायल हो गए। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और हालात काबू में हैं।
वहीं महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 31,643 नए मामले सामने आए हैं। साथ ही जहां 20,854 लोग ठीक हुए हैं, वहीं 102 लोगों की मौत हुई है। उधर वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों और कोविड टास्क फोर्स के साथ बैठक में उद्धव ठाकरे ने निर्देश दिए हैं कि अगर लोग कोविड से संबंधित नियमों का उल्लंघन करना जारी रखते हैं तो लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों के लिए तैयार रहें।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई के माहिम इलाके में सोमवार को बड़ी संख्या में लोगों ने कोविड-19 दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया। वे लोग होली के मौके पर एकत्र हुए थे, नृत्य कर रहे थे और तेज आवाज में संगीत बजा रहे थे तथा उनमें से अधिकतर ने मास्क भी नहीं पहन रखा था। मुंबई के उपनगर में माहिम कोलीवाड़ा रोड पर लोग जमा हुये और होली खेली। वहां पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन उन्होंने उन लोगों को रोकने के लिये कुछ नहीं किया। कुछ महिलाएं नृत्य कर रही थी, जबकि भीड़ में कुछ लोग पीपीई सूट पहने दिखे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने लोगों से संगीत बंद करने तथा वापस जाने के लिये कहा, लेकिन किसी ने भी इसपर ध्यान नहीं दिया । उन्होंने बताया कि बाद में पुलिस उपायुक्त प्रणय अशोक एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और होली मनाने वालों को रोका।
माहिम पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक विलास शिंदे ने बताया, ‘‘हमने लोगों से हटने और सड़क को खाली करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि अब तक, इस संबंध में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है। कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुये बृहन्मुंबई नगर निगम ने पिछले महीने घोषणा की थी कि शहर में किसी को भी निजी एवं सार्वजनिक स्थानों पर होली मनाने की अनुमति नहीं दी जायेगी ।