महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन तूल फिर से तूल पकड़ रहा है, इधर राजनीतिक पार्टियों ने भी एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया है। आज एनसीपी शरद चंद्र पवार गुट के विधायक रोहित पवार ने बीजेपी के आरोपों पर अपना जवाब दिया है। रोहित ने कहा कि जब आप लोगों को कन्विंस नहीं कर पाते तब आप उन्हें कंफ्यूज करते है यही रणनीति बीजेपी की है। लोगों के मन में भ्रम बना रहे हैं। जरांगे पाटिल के साथ काम करने वाले लोग कहते हैं कि हमारा उनके आंदोलन से कोई संबध नहीं है। बीजेपी कुछ भी कहती है वो उनका नरेटिव सेट करती है। हम बीजेपी को जवाब नहीं देना चाहते। बीजेपी ने शरद पवार एनसीपी पर आरोप लगाते हुआ कहा था कि मराठा आंदोलन के कार्यकर्ता जरांगे पाटिल को शरद पवार से स्क्रिप्ट आती है।
महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक
एमएलए पवार ने कहा कि केंद्र सरकार अगर राज्य सरकार को विश्वास में लेती तभी कोर्ट में भी मराठा आरक्षण टिक सकता था। महाराष्ट्र की जो स्थिति है वह चिंताजनक है लेकिन बीजेपी को चाहिए कि ये मराठा वर्सेज ओबीसी हो जाए। बीजेपी यही चाहती थी, वही हो रहा है। ये सब बीजेपी की रणनीति है। किसी भी निचली दर्ज़े की भाषा का इस्तेमाल करने वाले का समर्थन नहीं किया जा सकता। अजित पवार ने जब भी बजट पेश किया था तब देवेंद्र फडणवीस ही विरोध करते थे पर आज वो क्या कहेंगे?
पवार वर्सेस पवार
रोहित पवार ने कहा कि शरद पवार के साथ जनता खड़ी रहेगी। 40 साल में बीजेपी जो नही कर सकी आज वो अजित पवार को साथ पवार विरुद्ध पवार कर दिया है। इस राज्य में बीजेपी को पावर में आने से किसी ने रोका था तो वह वजह शरद पवार थे। बीजेपी को चुनाव में हमेशा शरद पवार का डर लगता रहा है। बीजेपी ने रणनीति के तहत पवार विरुद्ध पवार किया है और ताकत कम करने का प्रयास किया है। लेकिन जीतेगी तो सुप्रिया सुले ही। खुद अजित पवार सुप्रिया ताई के खिलाफ प्रचार कर रहे है और हमें यह भी सुनने में आ रहा है कि बहुत बड़े पैमाने पर पैसा आएगा और ताकत लगाई जाएगी बूथ कैप्चर भी सकता है।
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