बीड: मराठा आरक्षण की मांग का मुख्य केंद्र बीड जिला बना हुआ है। इस आंदोलन में अपनी मांग को पूरा करने के लिए समाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे अनिश्चितकालीन के लिए अनशन पर बैठ गए हैं। 31 अक्टूबर को उनके इस अनशन को 7 दिन पूरे हो गए। आरक्षण की मांग इतनी बढ़ गई है कि आंदोलन अब हिंसक रूप ले चुका है। इसी बीच 2 दिन पहले यानी 30 अक्टूबर को बीड में दंगाईयों ने पथराव कर दिया। बीड के सबसे बड़े होटलों में से एक क्रिस्टल इन पर भी दंगाईयों ने हमला कर दिया।
CCTV फुटेज में क्या दिखा?
मराठा आरक्षण की आड़ में कुछ उपद्रवी लोग दंगा और पथराव कर रहे हैं। बीड के क्रिस्टल इन होटल में भी इन दंगाईयों ने पथराव किया। मिली जानकारी के मुताबिक सबसे पहले कुछ लोग एक साथ होटल के बार पहुंचे। इन लोगों ने होटल पर अचानक पथराव करना शुरू कर दिया। कुछ ही देर बाद वहां दंगाईयों का दूसरा जत्था पहुंच जाता है। और होटल के सामने की सड़के से बड़े-बड़े पत्थर होटल पर फेंकना शुरू कर देते हैं। इन पथराव के कारण होटल की खिड़कियों के कांच टूट गए। यह हमला तब किया गया जब वहां कई लोग मौजूद थें। होटल में काम करने वाले कर्मचारियों ने विनती करते हुए होटल में आग लगने से बचाया।
क्यों हो रहा है प्रदर्शन?
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग कोई नई नहीं है बल्कि 1982 से यह मांग उठाई जा रही है। लेकिन तब उनकी इस मांग को नजरअंदाज कर दिया गया था। साल 2014 में फडणवीस सरकार ने मराठाओं को 16 प्रतिशत आरक्षण दिया लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस कम करते हुए सरकारी नौकरियों में 13 प्रतिशत और शैक्षणिक संस्थानों में 12 प्रतिशत कर दिया। इसके बाद मई 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे पूरी तरह से रद्द कर दिया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस नियम को रद्द करने के बाद स्थिति फिर से पहले जैसी बन गई।
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