मुंबई: पूर्व लोकसभा सांसद मिलिंद देवड़ा अब शिवसैनिक हो गए हैं। उन्होंने आज रविवार सुबह ही कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कयास लगाए गए थे कि वह एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। यह कयास दोपहर सही साबित हो गए और वह शिवसेना में शामिल हो गए। देवड़ा ने आज सुबह ही कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। हालांकि शनिवार तक देवड़ा कांग्रेस छोड़ने की ख़बरों को केवल अफवाह बता रहे थे। वहीं शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए भावनात्मक दिन है। मुझे लगता था कि मैं कांग्रेस कभी नहीं छोडूंगा। कांग्रेस और मेरा 55 साल का रिश्ता था, लेकिन आज मैं इसे खत्म करता हूं।
20 दिन पहले ही बनाए गए थे सह कोषाध्यक्ष
बता दें कि पिछले दिनों जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जब अपनी टीम का विस्तार किया था तब देवड़ा को संयुक्त कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन इसके बीस दिन बाद ही उनका कांग्रेस से मोह भंग हो गया और उन्होंने पार्टी छोड़ दी। माना जा रहा है कि वह दक्षिण मुंबई की अपनी पारिवारिक सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। वहीं यहां से मौजूदा सांसद शिवसेना (UBT) के अरविंद सावंत हैं। शिवसेना (UBT) भी इंडिया गठबंधन में शामिल है और यह सीट भी शिवसेना (UBT) के खाते में जाती दिख रही है।
दक्षिण मुंबई सीट ने किया मजबूर
चूंकि मिलिंद भी इसी सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं और दो बार सांसद रहे हैं। लेकिन अरविंद ने शिवसेना में टूट के दौरान उद्धव ठाकरे का मजबूती से साथ दिया था तो उद्धव भी उनका टिकट नहीं काटना चाहते हैं। इससे मिलिंद की सीट बदली जाने की संभावना नजर आ रही थी। वह अपनी इस चिंता को लेकर कई बार आलाकमान से बात करना चाहते थे। लेकिन बात बन नहीं पाई और आखिरकार मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे ही दिया था।
क्या बोले जयराम रमेश
वहीं मिलिंद के कांग्रेस छोड़ने के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं मुरली देवड़ा के साथ काफी सालों तक जुड़ा जिन्हें मैं याद करता हूं। उनके करीबी दोस्त सभी राजनीतिक दलों में थे। लेकिन वो एक कट्टर कांग्रेसी थे। वो हर मुश्किल हालातों में कांग्रेस पार्टी के साथ डटकर खड़े रहते थे।