महाराष्ट्र से एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। खबर है कि मुंबई पुलिस की मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन ने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हस्ताक्षर और स्टाम्प को जाली बनाने के आरोप में एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को मुख्यमंत्री द्वारा हस्ताक्षर किए गए कुछ मेमोरेंडम और पत्र प्राप्त हुए थे। इन दस्तावेजों को फिर डाक और ई-कार्यालय प्रणाली में रजिस्टर कर उसे संबंधित विभागों को भेज दिया जाता है।
जाली हस्ताक्षर और मुहरों के साथ 12 मेमोरेंडम
सूत्रों ने यह भी बताया की सीएमओ को मुख्यमंत्री शिंदे के जाली हस्ताक्षर और मुहरों के साथ 12 मेमोरेंडम मिले हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ कार्यालय के एक अधिकारी ने 28 फरवरी को इस मामले की शिकायत मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में दी और शिकायत के आधार पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। मरीन ड्राइव पुलिस ने इस मामले में एक अज्ञात शख़्स के ख़िलाफ़ IPC की धारा 420, 465, 468 और 471 के तहत FIR दर्ज की है।
2 महीने पुराने हैं जाली मेमोरेंडम
इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि हस्ताक्षर जाली हैं और मेमोरेंडम पर उपयोग किए गए स्टाम्प भी जाली हैं। शिकायतकर्ता ने यह भी दावा किया कि ये जो 12 जाली मेमोरेंडम मिले हैं, उन्हें पिछले 2 महीनों के भीतर ही जारी किया गया था। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, मरीन लाइन्स पुलिस थाने में यह शिकायत दर्ज कराई गई है। इसमें कहा गया, सीएमओ को आगे की कार्रवाई के लिए टिप्पणियों के साथ मुख्यमंत्री द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन और पत्र प्राप्त होते हैं, जिसके बाद दस्तावेजों को डाक अनुभाग और ई-ऑफिस प्रणाली के साथ पंजीकृत किया जाता है और फिर संबंधित विभागों को भेज दिया जाता है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने दिए एक्शन के आदेश
सीएमओ ने बताया कि हाल में उसे मुख्यमंत्री के फर्जी हस्ताक्षर और मोहर वाले 10 से 12 ज्ञापन प्राप्त हुए। यह भी बताया गया कि मुख्यमंत्री ने घटनाक्रम को गंभीरता से लिया और सीएमओ को पुलिस में शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कार्यालय के कर्मचारियों को अधिक सतर्क रहने के लिए भी कहा है।
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