महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के कारण आम जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। आंदोलनकारियों ने राज्य के कई हिस्सों में जमकर हिंसा की है जिस कारण कई जिलों में कर्फ्यू तक लगाना पड़ गया। वहीं, नेताओं के घरों पर होते हमलों को ध्यान में रखते हुए अब राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बता दें कि इससे पहले एनसीपी और भाजपा के कई नेताओं के घरों और दफ्तरों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन के बीच महाराष्ट्र पुलिस ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। इसके बाद उपायुक्त ने आदेश दिया कि उप मुख्यमंत्री के आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी जाए। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का गृहक्षेत्र नागपुर है।
उद्धव गुट ने राष्ट्रपति से मांगा समय
मराठा आरक्षण को लेकर महराष्ट्र में जारी आंदोलन के विषय पर शिवसेना, उद्धव गुट के सांसद विनायक राउत ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर उनसे मिलने का समय मांगा है। उन्होंने पत्र में राष्ट्रपति से मराठा तथा धनगर समुदायों के लिए आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने बताया है कि राज्यसभा सदस्य संजय राउत के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 5 या 6 नवंबर को राष्ट्रपति से मिलना चाहता है।
विरोध नई दिशा में- शिंदे
मराठा आरक्षण पर राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बुधवार को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में मराठा समुदाय को आरक्षण देने को लेकर सभी एकमत दिखे। बैठक के बाद सीएम शिंदे ने मनोज जारांगे पाटिल से सरकार के प्रयासों पर भरोसा रखने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि ये विरोध एक नई दिशा लेने लगा है। आम लोगों को असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए। उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने और राज्य सरकार के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया।
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