महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को 2024 के विधानसभा चुनाव नतीजों को अपने विरोधियों के मुंह पर तमाचा बताया। उन्होंने उन नेताओं को जवाब दिया जिन्होंने निर्वाचन आयोग और सुप्रीम कोर्ट की आलोचना की थी। शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे का यह बयान तब आया जब उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के कई नेताओं का अपनी पार्टी में स्वागत किया। शिंदे ने दावा किया कि शिवसेना (यूबीटी) से जुड़े नेता जो उनके साथ जुड़ रहे हैं, यह दिखाता है कि उनकी पार्टी मजबूत हो रही है।
शिंदे ने चुनाव परिणाम को लेकर उद्धव को घेरा
हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजों में बीजेपी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गठबंधन 'महायुति' ने राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की, जिसमें शिंदे की शिवसेना को 57 सीटें मिलीं। दूसरी ओर, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) को केवल 20 सीटें मिलीं, जो उनके लिए एक बड़ा झटका था। शिंदे ने परिणामों को उन लोगों के मुंह पर तमाचा बताया, जिनका मानना था कि जनता उनका साथ देगी।
"जनता ने उन्हें पूरी तरह खारिज कर दिया"
शिंदे ने अप्रत्यक्ष रूप से शिवसेना (यूबीटी) नेताओं का जिक्र करते हुए कहा कि जिन लोगों ने निर्वाचन आयोग और उच्चतम न्यायालय तक की आलोचना की थी, उन्हें जनता ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब वह ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे, तो महाराष्ट्र में काफी विकास हुआ और शासन के संबंध में काफी प्रगति हुई।
शिवसेना (यूबीटी) नेताओं का पार्टी में स्वागत
शिंदे ने अपने पिछले बयान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा में यह कहा था कि अगर उनका गठबंधन 200 से अधिक सीटें नहीं जीतता है, तो वह अपने गांव वापस जाकर खेती करेंगे। शिंदे ने कहा, "हमने 230 से ज्यादा सीटें जीतीं।" शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि शिवसेना (यूबीटी) नेताओं का शिवसेना में आना पार्टी की बढ़ती ताकत और निरंतर सफलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे के विचारों ने वर्षों में शिवसेना को आकार दिया है। (भाषा इनपुट)
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