ठाणे के लोकमान्य नगर इलाके के पाडा नंबर मच्छी मार्केट इलाके में सब्जी खरीदने आए 65 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति की एक फेरीवाले के ठेले से टक्कर लगने के बाद मौत हो गई। बुजुर्ग की हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां पर उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग जब सब्जी ले रहे थे तभी वहां ठाणे नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंच जाती है। दुकानदार ठेला लेकर भागने लगता है। ठेले से धक्का लगने पर बुजुर्ग रोड पर गिर पड़ते हैं और उसके सिर में गंभीर चोटें आते है। सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
गरीब परिवार से था बुजुर्ग
बताया जा रहा है कि सड़क पर पड़े 65 वर्षीय व्यक्ति की निगम के कर्मचारी अस्पताल तक पहुंचाने में मदद नही करते है और वे आगे बढ़ जाते हैं। हादसे में मरने वाले मनोहर सहदेव महाडिक (65) ठाणे के लोकमान्य नगर इलाके में दत्त प्रसाद बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर अपनी पत्नी के साथ रहते थे। मृतक मनोहर सहदेव रिक्शा चालक के रूप में काम करता था। लेकिन उम्र के कारण उन्होंने ये काम बंद कर दिया था। उसकी पत्नी उषा ठाणे के काल्हेर इलाके में एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करती है।
निगम कर्मचारियों पर आरोप
मृतक के भाई सतीश महाडिक का आरोप है कि अतिक्रमण विभाग के कर्मचारीयों ने मनोहर महाडिक को नजर अंदाज करते हुए आगे बढ़ गए। मनोहर को स्थानीय निवासियों द्वारा नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और फिर वहां से कलवा के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में भर्ती करवाया गया। कलवा अस्पताल में कोई भी न्यूरो सर्जन डॉक्टर नहीं होने के कारण उन्हें मुंबई के जे.जे.अस्पताल रेफर कर दिया गया। जेजे अस्पताल में शिफ्ट करने के बाद बुजुर्ग की मौत हो गई। परिजनों ने मनोहर की मौत के मामले में नगर पालिका प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है।
रिपोर्ट- रिज़वान शेख