महाराष्ट्र की राजनीति में जल्द ही एक बार भी उथल-पुथल देखने को मिल सकता है। लोकसभा चुनाव में महायुति ने खराब प्रदर्शन किया। इसे लेकर बीजेपी नेता व राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफे की बात कही। इसके बाद बीजेपी ने उन्हें मनाने में लग गए। इधर अजित पवार ने भी एनसीपी की हार की जिम्मेदारी खुद ली है। अब खबर आ रही है कि महायुति में सहयोगी शिवसेना(शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) की पार्टी में भी अनबन हो रही है। विधायकों में गठबंधन को लेकर खींचतान शुरू हो गई है।
शिंदे गुट के नेताओं में नाराज़गी
महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 9, एनसीपी को 1, शिवसेना को 7 सीट हासिल हुई। वहीं, कांग्रेस को 13 सीट, शिवसेना (UBT) को 9 सीटें हासिल हुई हैं। जबकि एनसीपी (शरद पवार) को 8 सीट हासिल हुई है। लोकसभा चुनाव में महायुति के खराब प्रदर्शन को लेकर गठबंधन में खींचतान देखने को मिल रही है। सूत्रों की मानें तो शिंदे गुट के नेताओं में लगातार नाराज़गी बढ़ रही है। खबर है कि करीब 6-7 विधायक की उद्धव ठाकरे से डायरेक्ट बात किए हैं कि उन्हें साथ आना है। सूत्रों के मुताबिक, विधान परिषद चुनाव के बाद इस पर कोई फैसला लिया जा सकता है।
अजित पवार गुट में भी नाराज़गी
वहीं, अजित पवार गुट में भी लगातार नाराज़गी बढ़ रही है। सूत्रों के मुताबिक, अजित गुट के 16-17 विधायक शरद पवार गुट के संपर्क में हैं। खबर है कि जल्द ही शरद पवार इनके बारे में फैसला ले सकते हैं। हालांकि अजित पवार समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता अपने विषकों की नाराज़गी से बार-बार इनकार कर रहे हैं।
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