मुंबई: आज महाविकास आघाड़ी की बैठक में मुंबई की 36 सीटों पर शेयरिंग को लेकर चर्चा हुई। ये बैठक बीकेसी के ट्राइटेंट होटल में हुई, जोकि करीब डेढ़ घंटे तक चली। सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्राथमिक रूप से चर्चा हुई कि UBT शिवसेना मुंबई में मजबूत है तो वह ज्यादा सीटों पर लड़े। एनसीपी और UBT इस बात पर सहमत हैं।
कौन कितनी सीटों पर लड़ना चाहता है?
- मुंबई की 36 विधानसभा सीटो में से उद्धव शिवसेना क़रीबन 20 से 22 सीटों पर लड़ना चाहती है।
- कांग्रेस 15 से 18 सीट पर लड़ना चाहती है।
- एनसीपी शरद पवार 4 से 5 सीटों पर लड़ना चाहती है।
किसने कितनी सीटें जीती थीं?
बैठक में उन सीटों पर भी चर्चा हुई, जो बीजेपी, एनसीपी अजित गुट, महायुति ने जीती हैं। पिछले चुनाव में जो सीट जिस पार्टी ने जीती हैं, वह सीट उस पार्टी के पास कायम रहे यह शिवसेना की मांग है। 2019 में शिवसेना संयुक्त 14 सीटें जीती थी। अब उद्धव के पास 8, शिंदे के पास मुंबई में 6 विधायक हैं। इस दौरान कांग्रेस ने 4, एनसीपी ने एक और समाजवादी पार्टी ने एक सीट जीती थी।
बैठक के बाद एमवीए की तरफ से जितेंद्र आह्वाड़ ने बात की और कहा कि मुंबई में उद्धव शिवसेना की पकड़ मजबूत है इसलिए जाहिर है कि वह बड़े भाई की भूमिका में होंगे। एनसीपी शरद पवार कितनी सीटों पर लड़ेगी, यह जब तय होगा सामने आएगा। आज की बैठक में भी एमवीए ने बदलापुर मामले पर ज्यादा चर्चा होने का हवाला दिया।
आज की बैठक में कांग्रेस से मुंबई की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़, जगताप, असलम शेख शामिल हुए। वहीं उद्धव ठाकरे शिवसेना से संजय राउत, अनिल देसाई, NCP से जितेंद्र आह्वाड और मुंबई NCP अध्यक्ष जाधव उपस्थित रहीं।
कुछ सीटें एक्सचेंज होंगी
मुंबई में एमवीए में कुछ सीटो को एक्सचेंज किया जाएगा। जैसे चांदीवाली सीट शिवसेना ने जीती थी। अब विधायक दिलीप लांडे शिंदे शिवसेना में है तो वह सीट नसीम ख़ान के लिये कांग्रेस को दी जाएगी। बांद्रा पूर्व सीट कांग्रेस जीती थी, जिशान सिद्दकी एमएलए हैं, पर वह पार्टी छोड़ एनसीपी अजीत गुट से लड़ सकते हैं तो कांग्रेस वह सीट शिवसेना UBT को देगी।