महाराष्ट्र: बेमौसम बरसात ने किसानों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। खासकर प्याज उपजाने वाले किसान बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। उनका कहना है कि वे पूरी तरह से कंगाल हो चुके हैं। मार्केट में प्याज लेने वाले व्यापारी किसानों से मुफ्त में भी प्याज नहीं ले रहे हैं। प्याज के साथ किसानों को पैसे भी देने पड़ रहे हैं। एक किसान ने बताया कि मार्केट में दो टन प्याज देकर भी व्यापारी को 986 रुपये देने पड़े। प्याज देकर कंगाल हुए किसान को अपने घर जाने के लिये लोगों से पैसे उधार लेने पड़े।
बीड में बेमौसम बारीश की वजह से किसान पूरी तरह कंगाल हो चुके हैं। उनकी फसलें खराब हो चुकी हैं। जो बची हुई फसलें हैं, बेचने के लिये बाजार जाने पर उनकी भी कीमत नही मिल रही है।
एक किसान की जानें दुखभरी दास्तान
बीड जिले के नागपुर गांव के रहने वाले किसान भाऊसाहेब शिंगर ने बारिश से बचाकर रखा कुछ प्याज लेकर जब सोलापुर की मंडी गए तो वहां उन्हें दो टन यानी 2 हजार किलो प्याज की कीमत 50 हजार देने की बात कही गई।
भाऊसाहेब शिंगर ने अपने प्याज को सोलापुर की मंडी में 1 रुपया और 50 पैसे कीमत देकर बेचा जिसके कारण पूरे दो टन प्याज की कीमत उसे सिर्फ 2071 रुपये मिली।मगर उसकी किस्मत और ज्यादा खराब थी क्योंकि उसे प्याज की मिली कीमत 2071 में से सभी टैक्स और आढ़त का खर्च काटकर उसे 2071 की बजाए अपनी जेब से ही और 986 रुपये देने पड़े।
एक तो उसने मंडी में अपना दो टन प्याज दिया ऊपर से अपनी जेब से उसे 986 रुपये देने पड़े। आढ़त के खर्च ने उसके जेब में आने वाले 2071 भी छीन लिये जिसके चलते उस किसान को बारिश के साथ ही मंडी के आढ़त ने और अपनी फसल प्याज ने खून के आंसू रुलाया है।