महाराष्ट्र में सियासतदानों की भाषा जगजाहिर है। हमेशा विवादित बयानों से घिरे रहने वाले संजय राउत ने इस बार एक कदम आगे बढ़ गए हैं। उन्होंने सरकार के मंत्रियों पर निशाना साधते हुए आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल किया है। बता दें कि शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने सरकार मंत्रियों के लिए अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि वे अन्य सभी मुद्दों पर बोलते हैं और छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान पर नहीं बोलते हैं।
देश में संविधान न्याय और कानून अभी भी जीवित- संजय राउत
संजय राउत ने चुनाव चिन्ह को लेकर सवाल पर कहा कि सरकार चुनाव आयोग की सभी नियुक्तियां अपने हिसाब से क्यों करती है ? लेकिन हमें चुनाव आयोग पर भरोसा है । पार्टी के बारे में एक स्वायत्त निकाय के रूप में निर्णय लिए जाएंगे यद्यपि हमने अभी तक स्वतंत्रता और स्वायत्तता नहीं देखी है। हम उन्हें देश का मुख्य स्तंभ मानते हैं हम सुप्रीम कोर्ट में विश्वास करते हैं हमारा मानना है कि इन देश में संविधान न्याय और कानून अभी भी जीवित है। राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में जो कुछ भी असंवैधानिक किया गया है, उसे राजनीतिक दबाव से विफल कर दिया जाएगा और देश देखेगा कि इन देशों पर बना संविधान और न्याय बरकरार है और हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या बीत चुका है।
भगत सिंह कोश्यारी पर साधा निशाना
संजय राउत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को लेकर कहा कि राज्यपाल ने एक बार फिर से सिर्फ शिवाजी महाराज कहा है छत्रपति नहीं और एक बार फिर अपमान किया है।
केंद्रीय मंत्रियों को कहे अपशब्द
ऐसे में यह सरकार के लोग कुर्सी पर फेविकोल चिपकाकर बैठे हैं, यह हर मुद्दे पर बोलते है लेकिन इस पर कुछ नहीं बोलेंगे। मुझे लगा को केंद्र में जाकर कोई मां का लाल इस्तीफा देगा और महाराष्ट्र में वापस आएगा। लेकिन यह सब G***du की औलाद है।
औरंगजेब के पिता गुजरात के सूबेदार थे- राउत
संजय राउत ने औरंगजेब कनेक्शन को लेकर कहा कि मैंने बीकेसी सभा में औरंगजेब के गुजरात कनेक्शन का जिक्र किया था। इसलिए बीजेपी नेता औरंगजेब औरंगजेब से इस तरह की बात कर रहे हैं, औरंगजेब के पिता गुजरात के सूबेदार थे।
बता दें कि पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर राजनीति हो रही है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर बयान दिया था। जिसको लेकर विपक्ष ने उन पर हमला बोला। साथ ही राज्यपाल ने माफी की मांग की थी, जिसके बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने कहा था कि वे शिवाजी महाराज का अपमान करने के बारे में सोच भी नहीं सकते।