Highlights
- हमारे साथ विधायक हैं, सांसद हैं, बालासाहेब की विचारधारा है: केसरकर
- केसरकर ने कहा कि हम पार्टी में सिद्धांतों और विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं।
- राज ठाकरे बालासाहेब के विचारों को लेकर आगे बढ़ रहे हैं: केसरकर
मुंबई: महाराष्ट्र में भले ही उद्धव ठाकरे से बगावत कर एकनाथ शिंदे ने सरकार बना ली हो, लेकिन एक सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है कि शिवसेना किसकी है। दोनों ही पक्ष अपने-अपने दावे कर रहे हैं और खुद को ‘असली शिवसेना’ बता रहे हैं। इस बीच कुछ खबरों में कहा गया था कि शिंदे गुट राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना में अपना विलय कर सकता है, लेकिन शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।
‘हम पार्टी में विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे’
महाराष्ट्र सरकार में शिक्षा मंत्री और शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने राज ठाकरे की पार्टी में विलय के सवाल पर कहा कि उनका गुट पार्टी के अंदर ही सिद्धांतों और विचारधारा की लड़ाई लड़ रहा है। केसरकर ने कहा, ‘राज ठाकरे बालासाहेब के विचारों को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, और हम भी उन्हीं के विचारों पर चल रहे हैं। राज ठाकरे ने अपनी अलग पार्टी बनाई लेकिन हम पार्टी में सिद्धांतों और विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं।’
‘हमारा विलय किसी अन्य पार्टी में नहीं होगा’
केसरकर ने आगे कहा, ‘हमारे साथ विधायक हैं, सांसद हैं, बालासाहेब की विचारधारा है, इसलिए हम असली शिवसैनिक हैं। हमें विश्वास है कि कोर्ट और चुनाव आयोग हमें ही असली शिवसेना के तौर पर मान्यता देगा, इसलिए हमारा विलय किसी दूसरी पार्टी में नहीं होगा। अगर हमें दूसरी पार्टी बनानी होती या किसी में विलय करना होता तो हम पहले ही कर लेते।’ वहीं, राज ठाकरे के NDA में शामिल होने के सवाल पर केसरकर ने कहा कि यह बीजेपी के वरिष्ठ नेता तय करेंगे।
अंधेरी ईस्ट उपचुनाव पर भी बोले दीपक केसरकर
शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने अंधेरी उपचुनाव के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि शिवसेना के दिवंगत विधायक के परिजन के खिलाफ चुनाव लड़ने या न लड़ने पर मुख्यमंत्री और शीर्ष नेता फैसला करेंगे। बता दें कि शिवसेना विधायक रमेश लटके का निधन होने के बाद अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है और माना जा रहा है कि उद्धव गुट दिवंगत विधायक की पत्नी ऋतुजा लटके को उम्मीदवार बनाएगा। केसरकर ने कहा, ‘अगर उद्धव की सेना हमें चुनौती देगी तो हम लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी।’