Highlights
- रामदास कदम ने सोमवार को ‘‘शिवसेना नेता’’ के रूप में अपना इस्तीफा दिया था
- NCP के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कदम की टिप्पणी को खारिज किया
- शिवसेना में विभाजन के पीछे NCP प्रवक्ता ने बताया BJP का हाथ
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार शिवसेना को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में सबूत शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को सौंपे थे। कदम ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए दावा किया कि पवार द्वारा शिवसेना को ‘‘व्यवस्थित रूप से कमजोर’’ किया गया। उन्होंने दावा किया कि कुछ विधायकों ने इस पर चिंता व्यक्त की थी लेकिन ठाकरे पवार से अलग होने को तैयार नहीं थे। NCP के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कदम की टिप्पणी को खारिज करते हुए दावा किया कि शिवसेना में विभाजन के पीछे BJP का हाथ है। उन्होंने कहा कि बागी नेता पवार को निशाना बनाकर इससे ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं। कदम ने सोमवार को ठाकरे को लिखे एक पत्र में ‘‘शिवसेना नेता’’ के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया।
"NCP प्रमुख शरद पवार के खिलाफ दिए थे पर्याप्त सबूत"
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सोमवार शाम को घोषणा की कि कदम को ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों में शामिल होने के कारण बर्खास्त कर दिया गया है। बाद में, सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना के बागी खेमे ने कदम को नेता के रूप में ‘बहाल’ किया। कदम ने मंगलवार को कहा, ‘‘मैंने उद्धवजी को पर्याप्त सबूत दिए कि कैसे NCP प्रमुख शरद पवार शिवसेना को कमजोर कर रहे थे।’’ कदम ने दावा किया कि उन्होंने (पवार ने) कुनाबी समुदाय (कोंकण में) के सदस्यों को अच्छे पद दिए और उन्हें आर्थिक रूप से भी मजबूत किया। उन्होंने आगे दावा किया, ‘‘मुख्यमंत्री हमारे थे, धन सरकारी खजाने से आया, लेकिन पार्टी (शिवसेना) को पवार ने चरणबद्ध तरीके से कमजोर कर दिया। कई विधायकों ने आपके (उद्धव ठाकरे के) सामने ऐसी ही चिंता व्यक्त की, लेकिन आप पवार को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे।’’
कदम ने NCP और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने का विरोध किया था
कदम ने कहा कि अगर बालासाहेब ठाकरे आज जीवित होते, तो क्या उन्होंने उद्धव ठाकरे को NCP और कांग्रेस के समर्थन से मुख्यमंत्री बनने दिया होता? पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में (2019 में) सरकार बनाने के लिए NCP और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के उद्धव ठाकरे के कदम का विरोध किया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे (उद्धव से) कहा कि यह पाप करने जैसा है। उनकी (बालासाहेब ठाकरे की) आत्मा को इस तालमेल से शांति नहीं मिलेगी।’’ पिछले महीने, जब शिंदे ने पार्टी के खिलाफ बगावत की तो रामदास कदम के बेटे और रत्नागिरी जिले के दापोली से विधायक योगेश कदम भी बागी खेमे में शामिल हो गए थे। इस बीच, NCP प्रवक्ता तापसे ने कहा कि पवार की पहल के कारण MVA का गठन किया गया। बगावत के बाद भी NCP उद्धव ठाकरे और शिवसेना के उनके नेताओं के समूह का समर्थन कर रही है।