महाराष्ट्र: एनसीपी नेता शरद पवार और अजित पवार के बयान के बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज है। इसके साथ ही सीएम शिंदे गुट शिवसेना के नेता भरत गोगावले ने बड़ा बयान दिया है। गोगावले ने कहा महाविकास अघाड़ी के नेताओं पर जमकर हमला बोला है। गोगावले ने शरद पवार के बयान पर कहा है कि वो बहुत ही अनुभवी नेता हैं और वो बिना सोचे-समझे नही बोलते हैं। उनके इस बयान का असर आगे क्या होगा वो 2024 के चुनाव करीब आने पर दिखेगा। उद्धव गुट या कांग्रेस को पवार साहब के बयान से परेशान हैं तो हम क्या करें, वो हमारे बोलने पर तो कुछ नहीं कहते हैं।
गोगावले ने कहा कि जेपीसी को लेकर शरद पवार और तृणमूल ने अपना स्टैंड बताया था। तृणमूल को भी ये पता है कि अडानी से पवार साहब के रिश्ते हैं इसलिए यह तो होना ही था। परेशानी अब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी और दिल्ली की विपक्षी एकता पर पड़ेगा।
संजय राउत के पेट में दर्द क्यों हो रहा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अगर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जा रहे है तो सजंय राउत के पेट मे दर्द क्यों हो रहा है। वो जिस सच्चाई की बात कर रहे हैं, अब वो हमारे साथ है, इसलिए ही तो हम सत्ता में आये हैं। उनके साथ झूठ धोखेबाज़ी है, इसलिए वो सत्ता से बाहर हुए हैं। संजय राउत क्या बोलते हैं, इसको हम ज़्यादा अहमियत नहीं देते, हम अपना काम करते हैं।
अजित पवार रात के अंधेरे में या सुबह तड़के भगवान के दर्शन करने जाते हैं। इसलिए किसी को पता नहीं चलता, उन्हें समझना चाहिए। एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं इसलिए जब एक राज्य का प्रमुख दूसरे राज्य जाता है तो ऐसे पोस्टर-बैनर लगते हैं। अजित पवार कभी सीएम बने नहीं इसलिए उन्हें protocol क्या होता है यह पता नहीं। शिंद अगर भगवान राम की नगरी जा रहे हैं कि महाराष्ट्र की परेशानी दूर हो तो इससे किसी को क्यों परेशानी हो रही है?
महाराष्ट्र के किसानों के फसल नुकसान को लेकर पंचनामा अधिकारी करेंगे, सीएम नहीं। उनकी समस्याओं का हल निकालने के लिए ही तो हम सत्ता में आये हैं। उनकी भी समस्या का हल निकालेंगे।