महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) ने बड़ा दावा किया है और कहा है कि महाराष्ट्र में जल्द ही बड़ा खेला होने वाला है। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जल्द ही सीएम पद से हटने वाले हैं। ठाकरे की शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय के जरिए कहा है कि शिंदे गुट जहां कुर्सी बचाने में लगा हुआ है, वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का खेमा उनसे मीठी-मीठी बातें कर रहा है और उनके पीठ पीछे अलग ही खेल, खेल रहा है।
भाजपा विधायक और राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा था कि पार्टी कार्यकर्ता फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में देखते हैं, जिसके बाद बवाल मचा हुआ है। यह दावा ऐसे समय किया गया है जब विभिन्न तरह के राजनीति कयास लगाये जा रहे हैं।
सीएम शिंदे गए गांव, यहां हो सकता है बड़ा खेल
शिवसेना, उद्धव गुट ने सामना के संपादकीय में दावा किया है, ‘‘मुख्यमंत्री निश्चित तौर पर जाएंगे।’’ मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए, 'सामना' के कार्यकारी संपादक और शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि सीएम शिंदे अपने पैतृक स्थान सतारा गये हैं और उनके पीठ पीछे बड़ा खेल हो सकता है, इसके लिए मुख्यमंत्री शिंदे शायद अपनी छुट्टी बढ़ा सकते हैं।
राउत ने कहा कि शिंदे सोचते हैं कि वह गरीबों के 'मसीहा' हैं लेकिन ऐसा नहीं है। मसीहा हेलीकॉप्टर से गांव नहीं जाते और वह हेलीकॉप्टर से तीन दिन की छुट्टी पर गए हैं। उन्होंने कहा, " सतारा के बजाय शिंदे को हेलीकॉप्टर लेकर रत्नागिरी जिले के बारसू जाना चाहिए और रिफाइनरी परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों से मिलना चाहिए।"
शिंदे गुट ने दिया जवाब
इस बीच, शिंदे गुट की शिवसेना के एक प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने कहा है कि मुख्यमंत्री छुट्टी पर नहीं गए हैं, बल्कि (सतारा के) आधिकारिक दौरे पर हैं। उधर शिंदे ने भी कहा है कि वह छुट्टी पर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनके छुट्टी पर होने के दावे गलत हैं। उन्होंने भाजपा विधायक शिवेंद्रराजे भोसले से मुलाकात की। वह किसी रस्म में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन विपक्ष इसकी आलोचना कर रहा है।"
महाराष्ट्र में सियासत हो गई है तेज
इससे पहले संजय राउत ने शनिवार को दावा किया था कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार का "डेथ वारंट" जारी किया गया है और यह अगले 15-20 दिनों में गिर जाएगी। वह सीएम शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई की ओर इशारा कर रहे थे।
राउत ने 'सामना' में एक लेख में दावा किया था कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उद्धव ठाकरे से उनकी मुलाकात के दौरान कहा था कि वह कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे, लेकिन अगर कोई व्यक्तिगत स्तर पर निर्णय लेता है और छोड़ देता है, तो यह एक व्यक्तिगत मामला है। .
महाराष्ट्र में राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार एनसीपी को तोड़कर सत्तारूढ़ भाजपा से हाथ मिला सकते हैं। अपनी ओर से, अजीत ने जोर देकर कहा था कि वह जीवित रहने तक एनसीपी के साथ ही रहेंगे। एक साक्षात्कार में अजीत पवार ने कहा था कि वह "100 प्रतिशत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।"